रिपोर्ट – परवेज आलम
प्रयागराज :- यमुना नगर के घूरपुर स्थिति यमुना नदी पर सुजावन देव घाट पर चौबीस जून को भारतीय किसान यूनियन ने पी डी ए के वादाखिलाफी के लिए जल सत्याग्रह करने पर मजबूर।
भारतीय किसान यूनियन के जिला मिडिया प्रभारी राजेश चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए कहा कि हम सब के मार्ग दर्शक यूवा प्रदेश अध्यक्ष अनुज सिंह ने कहा है कि पिछले आठ महीनों से कइ बार पी डी ए और तमाम विभागों में बैठक कर के किसानों, गरीबों की आवाज उठाई गई थी उस समय सब काम हो जानें का आश्वासन देकर अधिकारीयों ने हम सबको छलने का काम किया है।
और अब कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे जल सत्याग्रह हों कर ही रहेगा।
24 जून से होने वाले जल सत्याग्रह आंदोलन की मांग
1. जमुना नदी के किनारे बसे कंजासा, इमलिया, बिरवल, जगदीशपुर, पालपुर, भीटा, बीकर , नगरवार , बसवार, बक्शी, मोहब्बतगंज, इरादत्तगंज, सैदपुर, तारापुर, जलालपुर, गोहटी , मदारीपुर , बिशौना, फुलवा, खुर्द मैनापुर आदि गांव में पिछले 10 वर्षो से बंद पड़े घाटो का पट्टा स्थानीय मल्लाहो/ निशाद बिरादरी के लोगो को दिया जाए।
2. नहरो की त्वरित सफाई कर पानी छोड़ने की व्यव्स्था किया जाए।
3. सभी तहसीलों में लंबित पड़े किसानों के कार्यों को तत्काल प्रभाव से निपटा कर तत्काल राहत प्रदान किया जाए । भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई हो ।
4. पूर्व में हुए किसान आंदोलन में अधिकारियों से वार्ता के उपरांत भी समस्याओं का समाधान आज तक नहीं हुआ, उन सभी समस्याओं के समाधान हेतु 24 जून जल सत्याग्रह आंदोलन ताबूत का आखिरी कील साबित होगा ।