कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजों पर चिंता जताई और कहा कि कई विधानसभा क्षेत्रों से शिकायतें मिल रही हैं, जिन्हें चुनाव आयोग के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि कांग्रेस न्याय और सच्चाई की लड़ाई जारी रखेगी।
जम्मू-कश्मीर में I.N.D.I.A (इंडिया) गठबंधन की जीत पर राहुल गांधी ने लोगों का आभार जताया, जबकि हरियाणा में भाजपा से मिली हार पर कांग्रेस के भीतर और गठबंधन में असंतोष की लहर देखी जा रही है। शिवसेना (उद्धव गुट) ने अपनी मुखपत्र ‘सामना’ में कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी को अपनी गलतियों से सीख लेनी चाहिए। संपादकीय में कांग्रेस के ओवर कॉन्फिडेंस और नेताओं के अहंकार को हार का कारण बताया गया, विशेष रूप से यह कहा गया कि हरियाणा में कांग्रेस ने नॉन-जाट वोटर्स को नजरअंदाज किया, जिससे नुकसान हुआ।
शिवसेना के नेता संजय राउत ने भी कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ना चाहती है, तो उन्हें स्पष्ट रूप से बता देना चाहिए। उन्होंने भाजपा के चुनावी मैनेजमेंट की तारीफ करते हुए कहा कि भाजपा ने हार की स्थिति को जीत में बदल दिया, जबकि हर कोई मान रहा था कि कांग्रेस जीत रही है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस को अपनी हार के कारणों की गहराई से समीक्षा करने की सलाह दी और कहा कि एग्जिट पोल्स के नतीजों पर भरोसा करना गलत साबित हुआ। हरियाणा के चुनावों में जहां भाजपा ने 48 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का रिकॉर्ड बनाया, वहीं जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन ने 48 सीटें जीतकर सरकार बनाने का रास्ता साफ किया।
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