भारी बारिश, लैंडस्लाइड और बिजली गिरने से कई इलाकों में तबाही
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में शनिवार रात बादल फटने की घटना से हाहाकार मच गया। जिले में बीते 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस प्राकृतिक आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 से अधिक लोगों को समय रहते सुरक्षित बचा लिया गया।
रामबन जिले के धरमकुंड क्षेत्र में अचानक आए सैलाब ने दो होटल, कई दुकानें और दर्जनों घरों को नुकसान पहुंचाया है। दस घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए, जबकि 25 से 30 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। चेनाब नदी के किनारे बसे गांवों में पानी भर गया, जिससे कई लोग फंस गए थे। पुलिस और राहत टीमों ने मिलकर करीब 90 से 100 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
इसी दौरान, रियासी जिले के अरनास तहसील में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। यह घटना दुग्गा के पास चंटू गली में उस समय हुई जब बादल फटने के साथ-साथ बिजली भी गिरी। मृतकों की पहचान 60 वर्षीय अब्दुल रशीद और 25 वर्षीय शहनाज बेगम के रूप में हुई है, जो भोमग तहसील के लमसोरा गांव के निवासी थे। इस घटना में गुलजार बेगम नामक एक महिला घायल हुई है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बिजली गिरने से क्षेत्र में 40 भेड़-बकरियों की भी मौत हो गई है। इलाके में भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग समेत एसएसजी रोड, मुगल रोड और सिंथन रोड बंद कर दिए गए हैं। सड़कों पर जगह-जगह लंबा ट्रैफिक जाम लगा है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम में सुधार होने तक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। जिला प्रशासन, पुलिस, SDRF और अन्य एजेंसियां मिलकर स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास कर रही हैं।