एक महिला की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार हुआ , फिर 3 दिन बाद ऐसा हुआ कि जिसने भी सुना वो दंग रह गया कि ये क्या हुआ . जिस महिला की मौत हुई थी तीन दिन बाद वो ज़िंदा हो गयी . इस खबर से पूरे गाँव में अफरा – तफरी मच गयी . पुलिस भी हैरान थी , क्योंकि जिस केस को साल्व करके वो सोच रही थी कि अब केस क्लोज हो गया , अब उसी केस में पुलिस बुरी तरह उलझ गयी कि जिसका अंतिम संस्कार हुआ फिर वो महिला कौन थी . पुलिस के लिए भी इस रहस्य से पर्दा हटाना बेहद ज़रूरी हो गया कि आखिर मरने वाली महिला कौन थी .. 19 जून 2024 को गोरखपुर जिले के उरुवा बाजार में एक महिला की हत्या कर फेका गया शव बरामद हुआ था . शव की खबर आग की तरह फैलती है . लोगों का मजमा लग जाता है . शव की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंचती है ..तभी उस्का बाजार के राम सुमेर जिनकी उम्र 60 वर्ष है , उन्होंने पहचान करने के बाद कहाकि ये मेरी पत्नी फूलमती का शव है . पति राम सुमेर की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात पर हत्या का केस भी दर्ज कर लिया ..पुलिस ने सुमेर को लाश की पहचान करने को इसलिए बुलाया था क्योंकि सुमेर की पत्नी भी गायब थी और उसने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी …खैर जांच आगे बढ़ी तो राम सूमेर ने बताया कि उसकी पत्नी 15 जून को मायके से ससुराल आने के लिए निकली तभी से वह गायब थी.वहीं, पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने की पुष्टी भी हो गई.इसके बाद सुमेर ने अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार भी कर दिया…वहीँ पुलिस फूलमति की हत्या लेकर जांच कर रही थी. तभी अचानक शनिवार 22 जून 2024 को इस हत्याकांड में नया मोड़ आ गया , जब पुलिस को ये पता चला कि फूलमती ज़िंदा है .चार दिन बाद राम सुमेर की पत्नी फूलमति झांसी में जिंदा मिली .ये सुनकर पुलिस वालों के साथ ही क्षेत्र के लोगों के सामने ये सवाल खडा हो गया कि अगर फूलमती ज़िंदा है तो सुमेर ने फिर किस महिला का दाह संस्कार कर दिया .फूलमती के जिंदा मिलने के बाद पुलिस अब मृतिका के शव की फोटो आस-पास के जिले के थानों में भिजवाकर उसकी पहचान करवा रही है.वहीँ अब पुलिस भी हैरत में पड़ चुकी थी और इस केस को जल्द – जल्द निपटना चाह रही थी .
जिस महिला की हत्या कर लाश फेंकी गई थी .उसके हैवानियत की बात सामने आ रही थी.घटना के वक्त फोटोग्राफ के अलावा महिला की शिनाख्त का कोई और जरिया नहीं बचा था .फूलमती के पति ने उसके सारे कपड़े जला दिए थे . यही नहीं, पहचान होने की वजह से डीएनए सैंपल भी नहीं लिया गया था…क्योंकि सुमेर ने खुद लाश की पहचान फूलमती के तौर पर की थी .थानाध्यक्ष कमलेश कुमार ने बताया कि नए सिरे से महिला के शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है.
गोरखपुर के उरूवा में मिली महिला की लाश की पहचान नए सिरे से करने के लिए शनिवार को पुलिस ने सोशल मीडिया पर उसका फोटो भी जारी किया है….वहीं सीसीटीवी फुटेज खंगालने के दौरान एक जगह महिला एक युवक के साथ दिख रही है.वह कुछ दूर तक उसके साथ जाता दिख रहा था. पुलिस महिला की पहचान करने के साथ ही उस युवक की पहचान में भी जुट गई है. उधर पुलिस जब फूलमति को मरा समझकर जांच कर रही थी ..तो जांच के दौरान पता चला कि फूलमति का मोबाइल चल रहा था.उसे ट्रेस कर पुलिस ने पहले सुल्तानपुर के शुभम को पकड़ा. शुभम ने बताया कि उसके साथ ही फूलमति गोरखपुर से झांसी आई है.यह सुनकर पुलिस हैरान हो गई.फिर दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस गोरखपुर आई.फूलमति से पूछताछ कर उसे उसके पति सूमेर के साथ ससुराल भेज दिया गया.पुलिस को इस हत्याकांड में कई अहम सूराग हाथ लगे हैं.
उधर सुमेर जिंदा फूलमती को देखकर हैरान होने के साथ खुश हो गया.उसका कहना है कि जिस महिला की लाश मिली थी वह हू-ब-हू उसकी पत्नी जैसी थी. इसलिए उसने उसे पत्नी के रूप में शिनाख्त कर अन्तिम संस्कार किया था.
बांसगांव क्षेत्र के उस्का गांव निवासी रामसुमेर ने आगे बताता है कि उसकी पत्नी फूलमती 14 जून की शाम को बेलघाट थाना क्षेत्र के शाहपुर स्थित मायके जाने के लिए घर से निकली.15 जून की सुबह वह मायके से निकली.15 जून को ससुराल की जगह झांसी निकल गई थी फूलमती.वहीँ फूलमती ने बताया कि वह 15 जून को ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर झांसी के लिए निकल गई थी.उसने अपने पति को बताया था कि वह देहरादून जा रही है .लेकिन वह झांसी चली आई.
ईधर जब फूलमती अपने घर नहीं पहुंची.पति ने दो दिन तक तलाश करने के बाद 18 जून को उरुवा थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.19 जून की सुबह उरुवा थाना क्षेत्र के चचाईराम गांव के सिवान में एक महिला की लाश मिली. हत्या कर फेंकी गई लाश फूलमती की तरह दिख रही थी.शव की पहचान के लिए पुलिस ने उसके पति रामसुमेर को बुलाया.शिनाख्त होने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव पति को सौंप दिया.जिसका उसने अंतिम संस्कार कर दिया…. फिलहाल वह लाश किसकी थी, अब इस सवाल का जवाब तलाशना पुलिस के लिए चुनौती है.
जिस महिला का शव मिला था , उसके शव के पास शराब की बोतल सहित आपत्तिजनक सामान भी मिले थे.हत्या का केस दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी .फूलमती का मोबाइल मौका-ए वारदात से नहीं मिला था.पुलिस ने मोबाइल की तलाश के साथ कॉल डिटेल रिपोर्ट निकलवाई .तब मोबाइल चलती हालत में पाया गया… सर्विलांस की मदद से जांच में मोबाइल की लोकेशन झांसी में मिल रही थी.उसके बाद की दास्ताँ मैं बता ही चुका कि कैसे मरी हुई फूलमती झांसी में ज़िंदा मिलती है …वहीँ इस मामले में गोरखपुर के एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने कहा है कि जिसकी लाश मिली थी. उस महिला की पहचान की कोशिश की जा रही है और जल्द ही गोरखपुर पुलिस इस हत्याकांड का खुलासा कर देगी ..आप को पूरी कहने सुनने के बाद क्या लगता इस अपराध की कहानी में .ये सुल्तानपुर का शुभम कौन है , वो फूलमती के साथ झांसी क्यों गया , जिस शव का अंतिम संस्कार राम सुमेर ने किया वो लाश किसकी थी .. राम सुमेर की पत्नी फूलमती अपने पति से मायके जाने की बात कहकर झांसी क्यों चली गयी .क्या राज हो सकता है इस हत्या के पीछे .फिलहाल इन सवालों का जवाब अगर कोई दे सकता है तो वह गोरखपुर पुलिस है .इंतज़ार करिए पुलिस के खुलासे का .
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