रिपोर्ट – परवेज आलम
प्रयागराज :- गौहनिया यमुना नगर के कई गांवों में क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया के जिला अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी के नेतृत्व में आज ईद के अवसर पर अपने साथियों के साथ कई गांवों में घुम कर मुस्लिम समुदाय के लोगों को बधाईयां दी और देश में शांति, भाईचारा, अमन-चैन कायम रहे इसके लिए लोगों से अपील की।
जिला अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी ने कहा कि हमारी टीम अमरेहा, कांटी,पवर और बुदांवा में जाकर लोगों को बधाईयां दी वहीं पर बुदांवा गांव में हूसैनी मस्जिद में मौलाना अबूल खैर किबला ने नमाज पढ़ाई इस दौरान देश के खुशहाली के लिए दुआ की गई। आगे उन्होंने कहा कि
मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में ईद-उल-फितर का उत्सव शुरू हुआ। माना जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इस जीत की खुशी में सबका मुंह मीठा करवाया गया था, इसी दिन को मीठी ईद या ईद-उल-फितर के रुप में मनाया जाता है।इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार हिजरी संवत 2 यानी 624 ईस्वी में पहली बार (करीब 1400 साल पहले) ईद-उल-फितर मनाया गया था। पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बताया है कि उत्सव मनाने के लिए अल्लाह ने कुरान में पहले से ही 2 सबसे पवित्र दिन बताए हैं। जिन्हें ईद-उल-फितर और ईद-उल-जुहा कहा गया है। इस प्रकार ईद मनाने की परंपरा अस्तित्व में आई।
सद्भाव और मदद का पैगाम देता है ये त्योहार
ईद का त्योहार सबको साथ लेकर चलने का संदेश देता है। ईद पर हर मुसलमान चाहे वो आर्थिक रुप से संपन्न हो या न हो, सभी एकसाथ नमाज पढ़ते हैं और एक दूसरे को गले लगाते हैं। इस्लाम में चैरिटी ईद का एक महत्वपूर्ण पहलू है। हर मुसलमान को धन, भोजन और कपड़े के रूप में कुछ न कुछ दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। कुरान में ज़कात अल-फ़ित्र को अनिवार्य बताया गया है। जकात यानी दान को हर मुसलमान का फर्ज कहा गया है। ये गरीबों को दिए जाने वाला दान है। परंपरागत रूप से इसे रमजान के अंत में और लोगों को ईद की नमाज पर जाने से पहले दिया जाता है। मुस्लिम अपनी संपत्ति को पवित्र करने के रूप में अपनी सालाना बचत का एक हिस्सा गरीब या जरूरतमंदों को कर के रूप में देते हैं। विश्व के कुछ मुस्लिम देशों में ज़कात स्वैच्छिक है, वहीं अन्य देशों में यह अनिवार्य।
उक्त मौके पर क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया के मंडल अध्यक्ष परवेज आलम, जिला अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी, राजकरन पटेल, अतुल यादव, राजेश कुशवाहा, अशोक कुमार यादव, राशिद हयात, विकास सिंह, नियतम हुसैन आदि लोग मौजूद रहे सुरक्षा के तौर पर घूरपुर पुलिस की टीम मौजूद रही
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