फतेहपुर: – हसवा विकास खंड के भारतपुर गांव में गांव से लगभग 100 मीटर की दूरी पर एक व्यवसाई द्वारा काला नमक की भट्ठी लगाकर काले नमक को बनाने का काम कर रहे हैं। यह काले नमक की भट्टी लगभग एक वर्ष पूर्व से चलाई जा रही है। काला नमक बनाने में उपयोग में आने वाला काला कोयला संपूर्ण ग्राम क्षेत्र में धुएं से भारतपुर ग्रामवासी बीमार पड़ रहे हैं। गांव के शीतल प्रसाद बताते हैं कि संचालित काला नमक की भट्टी से पूरे गांव में हवा के साथ धुआँ भी प्रदूषित कर रहा है। जिससे तरह-तरह की बीमारियां फैल रही हैं। ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत जिलाधिकारी से किया लेकिन आज तक इस अवैध भट्टी के खिलाफ अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया। भारतपुर ग्राम के पूर्व प्रधान मोतीलाल ने इस काले नमक की भट्टी को लेकर काफी विरोध किया था लेकिन सफेद खादी की संरक्षण में चलने वाला धंधा अभी तक बंद नहीं किया गया। जिससे धान गेहूं व पेड़-पौधों में जहर घोलता प्रदूषण मौत को दावत दे रहा है। वायु प्रदूषण के साथ-साथ पूरे वातावरण को भी गंदा कर रहा है। गांव से करीब होने पर पास के पेड़ पौधे जैसे आम में बौर आना धीरे-धीरे बंद हो रही हैं। फसलों में बहुत ही नुकसान हो रहा है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। भारतपुर गांव के किसान राम सिंह यादव बताते हैं कि कोयले की भट्ठी में ट्रकों में लगने वाले टायर जो कि प्रदूषण के बहुत बड़े कारक हैं। उनका पूरी तरह उपयोग किया जाता है। टायर काटकर आग में डालकर जलाए जाते हैं। जिससे बहुत ज्यादा पूरे क्षेत्र में प्रदूषण फैलता है। उनका कहना है कि यदि समय से प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो पूरे गांव में एक गम्भीर बीमारी से बच पाना बहुत ही मुश्किल है। नेशनल हाईवे से सटे हुए नमक भट्टी पुरवा हवा चलने पर रोड से निकलने वाले वाहनों व यात्रियों के लिए बिल्कुल प्राण घातक हमला करती है। जिससे सांस लेने व निकलने के लिए विवश हैं। जिला प्रशासन है कि कान में जूँ तक नहीं रेंगती।
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