अखिलेश यादव का बीजेपी सरकार पर वार – गौशाला घोटाला, नदियों की दुर्दशा और विदेश नीति पर साधा निशाना
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखे सवाल दागे। उन्होंने गौशाला घोटाले, नदियों की सफाई, किसानों की समस्याओं और विदेश नीति से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बनी फिल्म तक पर सरकार को घेरा।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों और आम जनता को छुट्टा पशुओं की समस्या से निजात नहीं दिला पाई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कहा कि मंच से उन्होंने खुद वादा किया था कि छुट्टा पशुओं का समाधान किया जाएगा, लेकिन आज तक यह समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि गौशालाओं की हालत बेहद खराब है। “गौशालाओं में न तो गायें सुरक्षित हैं और न ही उन्हें पर्याप्त चारा मिल रहा है। भाजपा के लोग गौशालाओं में आने वाला चारा और सामान बेचकर घोटाले कर रहे हैं। यहां तक कि दूध और गोबर तक बाजार में बेचे जा रहे हैं। जब गायें मर जाती हैं, तो उन्हें वहीं गड्ढा खोदकर दफना दिया जाता है,” अखिलेश ने कहा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि छुट्टा पशुओं के कारण किसान परेशान हैं। उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं, लेकिन सरकार केवल आश्वासन देने तक सीमित है।
नदियों की स्थिति को लेकर भी अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नदियों की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए, लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। “बजट साफ हो गया लेकिन नदियां साफ नहीं हुईं,” उन्होंने तंज कसा।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बनी फिल्म को लेकर भी अखिलेश ने बवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि यह फिल्म “फ्लॉप होने से पहले ही फ्लॉप हो गई।” उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इस फिल्म में बुलडोजर कार्रवाई, मुकदमा वापसी और अन्य विवादित मुद्दे भी दिखाए गए हैं या नहीं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने विदेश नीति पर भी केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया। अमेरिका द्वारा H-1B वीज़ा फीस बढ़ाने पर उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए अपमानजनक है और सरकार की कमजोर कूटनीति को उजागर करता है। “हम क्यों कमजोर दिखाई दे रहे हैं? कल को और देश भी ऐसा करेंगे तो हम क्या करेंगे? हमारी आर्थिक स्थिति उतनी मजबूत क्यों नहीं है जितनी होनी चाहिए?” उन्होंने सवाल दागा।
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भारत लगातार दूसरे देशों पर निर्भर होता जा रहा है। “जिस देश से हमारी जमीन को लेकर विवाद है, उसी देश से हम व्यापार बढ़ा रहे हैं। यह सरकार की असफलता को दर्शाता है,” उन्होंने कहा।
अखिलेश यादव ने आदिवासी समाज के मुद्दों का भी जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सरकार न तो किसानों की समस्याओं को सुलझा पाई है और न ही आदिवासियों और नदियों से जुड़े मुद्दों पर ईमानदारी से काम कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि जनता अब डबल इंजन सरकार की हकीकत समझ चुकी है और आने वाले चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देने के लिए तैयार है।
इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर सीधा हमला बोलते हुए एक बार फिर सियासी माहौल को गरमा दिया है।
