आजमगढ़। उत्तर प्रदेश की सियासत में अक्सर अपने तीखे बयानों और तेवरों से सुर्खियां बटोरने वाले अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य शनिवार को आजमगढ़ पहुंचे। एक मैरिज हाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भाजपा और सपा दोनों पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनहित के सभी मुद्दों पर नाकाम साबित हुई है। गलत नीतियों के कारण करोड़ों नौजवान बेरोजगार हो गए हैं और उनकी जिंदगी राशन की थैलियों तक सिमटकर रह गई है।
वन नेशन वन एजुकेशन की मांग
मौर्य ने कहा कि शिक्षा का लगातार व्यवसायीकरण और औद्योगीकरण किया जा रहा है। जबकि जरूरत है कि “वन नेशन वन एजुकेशन” लागू हो, ताकि समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति भी शिक्षा से वंचित न रह जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि राष्ट्रीय संपदा को कौड़ियों के भाव बेचा जा रहा है, जिससे देश गरीब और लाचार बन रहा है। गाजीपुर में थाने में भाजपा कार्यकर्ता की मौत और लखनऊ में एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा राज में जंगलराज हावी है।
कानून व्यवस्था और बेरोजगारी
मौर्य ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कानून व्यवस्था ध्वस्त कर दी है। एससी-एसटी के युवाओं की हत्याएं हो रही हैं और बहन-बेटियों के साथ रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं, मगर अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। योगी सरकार शिक्षा और रोजगार पर ध्यान देने के बजाय शराब की दुकानें खुलवाने पर ज्यादा सक्रिय है। भाजपा अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए सिर्फ मंदिर-मस्जिद और हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर रही है।
PDA पर तंज
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के PDA फॉर्मूले पर मौर्य ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अखिलेश खुद कंफ्यूज और भयभीत हैं। कभी पी का मतलब पीछा, कभी पंडित, डी का मतलब दलित या डिंपल और ए का मतलब अल्पसंख्यक या आधी आबादी बता देते हैं। यह जनता को गुमराह करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 403 विधानसभा सीटों पर तैयारी कर रही है और समान विचारधारा वाली ताकतों के साथ मिलकर भाजपा को सत्ता से बाहर करने का लक्ष्य रखती है।
मौर्य का सियासी सफर
स्वामी प्रसाद मौर्य का लंबा राजनीतिक सफर रहा है। दलित-पिछड़े वर्ग की राजनीति के धुरंधर नेताओं में गिने जाने वाले मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी से राजनीति की शुरुआत की थी। लंबे समय तक मायावती के साथ रहे, बाद में भाजपा में शामिल हुए और योगी सरकार में मंत्री भी बने। 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा का दामन छोड़ सपा का साथ थामा। अब अपनी पार्टी बनाकर यूपी की राजनीति में नई जमीन तलाश रहे हैं।
