वाराणसी में मुठभेड़ के बाद शातिर टप्पेबाज गिरफ़्तार, दो साथी भी दबोचे
जैतपुरा थाना क्षेत्र में हुई कार्रवाई, व्यापारी से टप्पेबाजी में थे शामिल
वाराणसी : शहर में लगातार हो रही टप्पेबाजी की घटनाओं के बीच पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। रविवार देर रात जैतपुरा थाना क्षेत्र के नख्खीघाट इलाके में हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने कुख्यात टप्पेबाज मोहम्मद सलीम को गोली लगने के बाद घायल अवस्था में दबोच लिया। सलीम दिल्ली का रहने वाला है और वाराणसी में सक्रिय होकर लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा था।
पुलिस के अनुसार, रात में सघन चेकिंग अभियान के दौरान सलीम को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन वह रुकने के बजाय भागने लगा और पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में सलीम के पैर में गोली लगी, जिससे वह गिर पड़ा और पुलिस ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। घायल अवस्था में उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस मुठभेड़ में चेतगंज और जैतपुरा थाने की संयुक्त पुलिस टीम शामिल रही। चेतगंज थाना प्रभारी दिलीप मिश्र और जैतपुरा थाना प्रभारी बृजेश मिश्र खुद इस ऑपरेशन में मौजूद थे। पुलिस की तत्परता से सलीम के दो अन्य साथी — सोनू और जसीम — जो मौके से फरार होने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें भी दौड़ाकर पकड़ लिया गया।
पुलिस की शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह 1 जून को चेतगंज थाना क्षेत्र में एक व्यापारी के साथ हुई टप्पेबाजी की वारदात में भी शामिल था। बदमाशों ने भीड़भाड़ का फायदा उठाकर व्यापारी की जेब से नकदी उड़ाई थी।
घटनास्थल पर एडीसीपी काशी ज़ोन सरवणन टी और एसीपी चेतगंज गौरव कुमार भी पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है और इनके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इनका संबंध किसी बड़े अंतरराज्यीय गिरोह से है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है और शहर को टप्पेबाजों से मुक्त कराने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
