आजमगढ़ :- 7 मई 2025 – जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने एक भावनात्मक पत्र जारी कर अपने पांच वर्ष के कार्यकाल की समाप्ति और उससे जुड़ी उपलब्धियों, संघर्षों तथा सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस पत्र के माध्यम से एक दशक से अधिक की अपनी राजनीतिक यात्रा, जिम्मेदारियों, जन सरोकारों और व्यक्तिगत अनुभवों को साझा किया।
प्रवीण सिंह ने लिखा कि विगत पांच वर्षों में उन्होंने हर छोटे-बड़े मुद्दे को मुखरता से उठाया, चाहे प्रशासनिक उत्पीड़न का सामना क्यों न करना पड़ा हो। उन्होंने उल्लेख किया कि बिलरियागंज में एनआरसी विरोधी आंदोलन में उन्होंने प्रियंका गांधी को आमंत्रित कर सशक्त नेतृत्व दिखाया। वहीं, पलिया में बुल्डोजर कार्रवाई से प्रभावित पासी समाज के पुनर्वास के लिए प्रशासन को मजबूर किया। गोधरा गांव में दलित समाज को न्याय दिलाने के लिए भी उन्होंने मोर्चा संभाला।
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर होने वाले उत्पीड़न और आजमगढ़ के एक व्यापारी पर पुलिसिया अत्याचार के खिलाफ सर्वदलीय विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय भूमिका निभाई। सर्वदलीय समन्वय के लिए उनके प्रयासों की भी सराहना की गई।
प्रवीण सिंह ने कहा, “यदि मेरा आत्मबल कभी कमजोर नहीं पड़ा, तो उसका कारण आजमगढ़ की जनता का अपार प्रेम और विश्वास रहा। वही मेरा संबल बना, वही संघर्ष की प्रेरणा भी।” उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में संविधान की रक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए किए गए संघर्ष को मजबूती से आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी निभाना उनके लिए गर्व की बात रही।
अपने पत्र में उन्होंने कांग्रेस संगठन के सभी फ्रंटल संगठनों – युवा कांग्रेस, NSUI, महिला कांग्रेस, सेवा दल, ब्लॉक व जिला कमेटियों – तथा पत्रकार साथियों, यूट्यूब चैनलों, पोर्टल्स और सामाजिक व सांस्कृतिक संगठनों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि सभी ने न केवल सहयोग दिया, बल्कि मार्गदर्शन भी किया जिससे वे अपने सामाजिक और राजनीतिक कर्तव्यों का निर्वहन कर सके।
उन्होंने बताया कि एक पुराने मुकदमे में एक व्यापारी के पक्ष में किए गए प्रदर्शन के चलते उन्हें जेल भी जाना पड़ा। हड़ताल के दौरान लगभग एक महीने तक जेल में रहना पड़ा। उन्होंने आजमगढ़ बार एसोसिएशन और तमाम अधिवक्ताओं का आभार जताया, जिन्होंने न्याय दिलाने में सहयोग किया।
प्रवीण सिंह ने साफ शब्दों में लिखा, “प्रशासनिक लोग हों या सत्ता पक्ष के कार्यकर्ता, सभी ने कहीं न कहीं सहयोग दिया है, और यही हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती है।”
अपने त्यागपत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि निजी परिस्थितियों के चलते वे संगठन की जिम्मेदारी का न्यायपूर्वक निर्वहन नहीं कर पा रहे थे, इसलिए उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से आग्रह किया कि किसी और को यह दायित्व सौंपा जाए। नए अध्यक्ष के पदभार ग्रहण के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखी।
इस भावुक पत्र के अंत में प्रवीण सिंह ने 9 मई 2025 को हरिऔध कला भवन, आजमगढ़ में #कृतज्ञता_समारोह आयोजित करने की घोषणा की है। उन्होंने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं, सहयोगियों, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे समारोह में उपस्थित होकर उनके प्रति अपने प्रेम और समर्थन को पुनः दर्शाएं।
प्रवीण सिंह का यह पत्र न केवल एक राजनीतिक कार्यकर्ता की विदाई भावना है, बल्कि यह उन संघर्षों, प्रतिबद्धताओं और जनसेवा के संकल्प का प्रमाण भी है, जो किसी जनप्रतिनिधि को जनमानस का प्रिय बनाते हैं।