आजमगढ़ की खुशी सिंह ने पावरलिफ्टिंग में जीता सिल्वर पदक, 50 किलो भार वर्ग महिला कैटेगरी में बनी उत्तर प्रदेश की पहली पॉवरलिफ्टर …
आजमगढ़ की बेटी खुशी सिंह ने एक बार फिर अपने जिले और प्रदेश का नाम रोशन किया है। हरियाणा के इंटरनेशनल स्टेडियम, भिवानी में आयोजित नेशनल लेवल पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में उन्होंने 50 किलो भार वर्ग महिला कैटेगरी में सिल्वर पदक जीतकर उत्तर प्रदेश की पहली महिला पावरलिफ्टर बनने का गौरव हासिल किया।
खुशी सिंह, जो बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) की छात्रा हैं, पहले भी कई प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुकी हैं। उन्होंने हाल ही में आयोजित पूर्वांचल पावरलिफ्टिंग एवं स्टेट लेवल पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर आजमगढ़ का गौरव बढ़ाया था। नॉर्थ इंडिया पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में यह उनकी पहली उपस्थिति थी, और पहले ही प्रयास में उन्होंने सिल्वर पदक अपने नाम कर लिया।
खुशी को इस उपलब्धि तक पहुँचाने में उत्तर प्रदेश पावरलिफ्टिंग एसोसिएशन के सचिव एवं नेशनल रेफरी अनुज तिवारी का अहम योगदान रहा। उन्होंने अपने कुशल मार्गदर्शन से खुशी को इस स्तर तक पहुँचाने में सहायता की। वहीं, टीम मैनेजर एवं गोरखपुर पावरलिफ्टिंग के सचिव विनय कुमार यादव के कठिन परिश्रम ने भी उनकी इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का संचालन रेफरी एवं इंटरनेशनल पावरलिफ्टर जीएस तिवारी, शैलेंद्र श्रीवास्तव, शत्रुघ्न लाल तथा स्टेट रेफरी अवधेश तिवारी, सूरजपाल सिंह जैसे अनुभवी विशेषज्ञों ने किया। इन सभी के समर्पण और मार्गदर्शन ने इस नेशनल प्रतियोगिता को सफल बनाया।
खुशी सिंह की इस शानदार उपलब्धि से उनके गृह जनपद आजमगढ़ में खुशी की लहर दौड़ गई है। जिले के खेल पदाधिकारी, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता और शुभचिंतक उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं।
बधाई देने वालों में सूरज प्रकाश श्रीवास्तव, जय नाथ सिंह, अजेन्द्र राय, महाराणा प्रताप सेना के प्रमुख विजेंद्र सिंह, विजय शंकर यादव, अभिषेक राय, दिनेश सिंह, डॉ. प्रवेश सिंह, डॉ. प्रतिभा सिंह, कृष्ण पाल, अखिलेश मिश्रा गुड्डू, अवनीश उपाध्याय, राहुल सिंह, अक्षत राय, स्नेहलता राय, सरोज यादव, प्रभु नारायण पांडे प्रेमी, मनीषा मिश्रा, विदुषी अस्थाना और रंजना सिंह समेत कई गणमान्य लोग शामिल रहे।
खुशी सिंह की इस उपलब्धि ने एक बार फिर साबित किया है कि बेटियाँ किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। पावरलिफ्टिंग जैसे चुनौतीपूर्ण खेल में उनका यह प्रदर्शन अन्य लड़कियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा। खुशी ने यह उपलब्धि अपने अथक परिश्रम, समर्पण और कोच के मार्गदर्शन से हासिल की है। उनकी इस सफलता से यह स्पष्ट हो गया है कि यदि दृढ़ संकल्प और मेहनत हो, तो कोई भी बाधा सफलता के मार्ग को रोक नहीं सकती।
खुशी सिंह ने इस मौके पर कहा कि उनका अगला लक्ष्य इंटरनेशनल पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करना और देश के लिए पदक जीतना है।