रिपोर्ट – परवेज आलम
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को सेक्टर-18 स्थित शंकराचार्य मार्ग पर आग लगने से कई पंडाल जलकर राख हो गए। हादसा सुबह करीब 11 बजे हुआ, जब संत हरिहरानंद के पंडाल में अचानक आग लग गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरा पंडाल लपटों में घिर गया। आग के कारण सिलेंडर फटने जैसी जोरदार आवाजें भी सुनाई दीं, जिससे भगदड़ मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
फायर ब्रिगेड की टीम सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और तुरंत राहत कार्य शुरू किया। अनाउंसमेंट कर भीड़ को हटाया गया और चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी गई। कड़ी मशक्कत के बाद करीब 40 मिनट में आग पर काबू पाया गया। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि, आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
महाकुंभ में आग की तीसरी बड़ी घटना
बीते 20 दिनों में महाकुंभ क्षेत्र में यह तीसरी बड़ी आग की घटना है। इससे पहले, 30 जनवरी को सेक्टर-22 में आग लगी थी, जिसमें कई पंडाल जल गए थे। दमकल कर्मियों ने 20 मिनट में आग बुझा दी थी। वहीं, 19 जनवरी को सेक्टर-19 में गीता प्रेस के कैंप में आग लगी थी, जिसमें 180 कॉटेज जलकर खाक हो गए थे। प्रशासन की जांच में सामने आया था कि चाय बनाने के दौरान गैस रिसाव के कारण आग लगी थी, जिससे दो सिलेंडर ब्लास्ट हो गए थे।
SP सिटी ने क्या कहा?
SP सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने कहा कि पंडाल में पर्दे और अन्य ज्वलनशील सामग्री लगी हुई थी, जिसकी वजह से आग तेजी से फैली। फिलहाल, आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। मौके पर कूलिंग का काम चल रहा है ताकि दोबारा आग भड़कने की कोई संभावना न रहे।
सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवाल
महाकुंभ क्षेत्र में लगातार हो रही आग की घटनाओं ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच इस तरह की घटनाएं किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं। सुरक्षा एजेंसियां आग लगने की वजहों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय कर रही हैं।