कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता की मौत, लखनऊ में हंगामा
लखनऊ में बुधवार को विधानसभा घेराव के लिए कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान एक दुखद घटना सामने आई। प्रदर्शन में शामिल होने आए कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मृत्यु हो गई। प्रभात पांडेय, जो उत्तर प्रदेश के विभिन्न मुद्दों के विरोध में लखनऊ आए थे, की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सिविल अस्पताल पहुंचे और शोक व्यक्त किया।
प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कांग्रेस नेताओं को रोका गया
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को लखनऊ कूच की तैयारी की थी। वे विधानसभा के घेराव के जरिए महंगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा और किसानों की समस्याओं जैसे मुद्दों को उठाना चाहते थे। लेकिन प्रदेश सरकार ने कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया गया। वहीं, जो कार्यकर्ता और नेता लखनऊ पहुंचने में कामयाब हुए, उन्हें विधानसभा के पास पहुंचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प
लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर पहुंचने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं को ईको गार्डेन ले जाकर रिहा किया गया। इसके अलावा, जो भी कांग्रेस नेता विधान भवन के पास पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें पुलिस ने रोक दिया और हिरासत में ले लिया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने भी घेराव में शामिल होने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान धक्कामुक्की में अजय राय की तबीयत बिगड़ गई, और वह कुछ देर के लिए बेहोश हो गए। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर जमकर निशाना साधा।
प्रदर्शन के बाद सिविल अस्पताल पहुंचे अजय राय
प्रदर्शन समाप्त होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने प्रभात पांडेय के परिजनों से मुलाकात की। अजय राय ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही और दमनकारी नीतियों के कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा, “प्रदेश सरकार विपक्ष की आवाज दबाने का हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन कांग्रेस जनता के हक के लिए लड़ाई जारी रखेगी।”
विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने भी सरकार की तीखी आलोचना की। उन्होंने पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई को “तानाशाही रवैया” करार दिया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को उठाना हर नागरिक का अधिकार है, और सरकार इसे दबाने का प्रयास कर रही है।
प्रभात पांडेय की मौत पर राजनीति गरमाई
कांग्रेस ने प्रभात पांडेय की मौत को सरकार की दमनकारी नीतियों का परिणाम बताया है। पार्टी ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं, सरकार की ओर से अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
आगे की रणनीति
कांग्रेस ने इस घटना के बाद प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन तेज करने की घोषणा की है। पार्टी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे जनता के मुद्दों को लेकर सड़क से लेकर सदन तक अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
इस घटना ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को एक बार फिर गरमा दिया है, और आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ने की संभावना है।
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