पृथ्वी शॉ का करियर एक समय पर बहुत ही आशाजनक था, लेकिन अब वह मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। 2018 में राजकोट में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक बनाकर उन्होंने खूब सुर्खियाँ बटोरी थीं, और क्रिकेट के जानकार उन्हें अगला सचिन तेंदुलकर मानने लगे थे। हालांकि, हाल के वर्षों में उनके प्रदर्शन और अनुशासन में गिरावट देखी गई है, जिसके चलते उन्हें न सिर्फ भारतीय टीम से बल्कि अब मुंबई की रणजी टीम से भी बाहर कर दिया गया है।
पृथ्वी शॉ के वजन और फिटनेस को लेकर लंबे समय से चिंताएं रही हैं। ‘क्रिकबज’ की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई के चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन ने महसूस किया कि शॉ का रवैया अभ्यास सत्रों में अनुशासित नहीं रहा है और उनकी फिटनेस स्तर अपेक्षित मानकों से नीचे है। इसका परिणाम यह हुआ कि उन्हें रणजी ट्रॉफी के आगामी मैच से बाहर कर दिया गया है। उनके स्थान पर अखिल हेरवादकर को शामिल किया गया है, जो एक अनुभवी खिलाड़ी हैं।
यह निर्णय पृथ्वी के लिए एक चेतावनी हो सकता है, ताकि वह अपनी फिटनेस और अनुशासन पर ध्यान केंद्रित करें। उनके स्कोर भी इस सीजन में प्रभावी नहीं रहे हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास भी प्रभावित हो सकता है। पृथ्वी को अगर अपनी टीम और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करनी है, तो उन्हें अपनी फिटनेस और खेल के प्रति अपने समर्पण को सुधारना होगा।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह इन चुनौतियों से उबरकर अपने खेल में सुधार कर सकते हैं और एक बार फिर से भारतीय टीम में अपनी जगह बना सकते हैं। उनके पास प्रतिभा की कमी नहीं है, बस ज़रूरत है सही दिशा में कड़ी मेहनत और अनुशासन की।
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