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मोदी जी नहीं चाहते कि बच्चे संविधान की प्रस्तावना पढ़कर जागरूक हों:जिलाध्यक्ष नदीम खान 

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आजमगढ़। एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित कुछ पुस्तकों से संविधान की प्रस्तावना को हटा दिए जाने और बाबरी मस्जिद को ’तीन गुम्बद वाली संरचना’ लिखने को लेकर जिला/शहर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग आजमगढ़ ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। सोमवार को जिलाध्यक्ष नदीम खान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान को संबोधित ज्ञापन जिला धिका के प्रतिनिधि को सौंपा। उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से प्रस्तावना हटाने और बाबरी मस्जिद की जगह ’तीन गुम्बद वाली संरचना’ लिखने वाले अधिकारियों के खिलाफ़ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
जिला कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग आजमगढ़ नदीम खान ने कहाकि एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित कक्षा 3 की हिंदी, अंग्रेजी, गणित और ’नई दुनिया हमारे आसपास’ की किसी भी अपडेट की गई पाठ्य पुस्तक में प्रस्तावना शामिल नहीं है जबकि पुरानी ईवीएस पुस्तक ’लुकिंग अराउंड’ और हिंदी पुस्तक ’रिमझिम 3’ में प्रस्तावना शामिल थी। इसी तरह नई अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक ’पूर्वी’ में राष्ट्रगान शामिल है, जबकि संस्कृत पुस्तक ’दीपकम’ में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत दोनों शामिल हैं, लेकिन प्रस्तावना को छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहाकि किसी को भी बताने की ज़रूरत नहीं है कि प्रस्तावना संविधान का लघु रूप है और राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत या मौलिक अधिकार और कर्तव्य इसका स्थान नहीं ले सकते।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष मो नजम शमीम ने कहाकि इस वर्ष जून में एनसीईआरटी ने कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में भी संशोधन किया और ’बाबरी मस्जिद’ शब्द को हटा दिया जिसे अब नए संस्करण में ’तीन गुंबद वाली संरचना’ के रूप में संदर्भित किया गया है। जो ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड और सोची समझी साजिश है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अल्प संख्यक विभाग शहर अध्यक्ष मिर्जा बरकतुल्ला बेग ने कहाकि यह प्रकरण स्पष्ट तौर पर ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ है। उन्होंने कहाकि इस विषय पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में अराजक तत्वों द्वारा तोड़ी गयी इमारत को ’बाबरी मस्जिद’ ही कहा है. इसलिए यह बदलाव सुप्रीम कोर्ट की अवमानना भी मानी जाएगी। ऐसे कृत्य को अंजाम देने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए अन्यथा कांग्रेस मुखर होने को बांध्य होगी।
जिला महासचिव मो आमिर ने कहा कि नई किताबों में जिस तरह की छेड़छाड की गई उससे इतिहास को बदलने की कोशिश की गई है, ऐसे में भावी पीढियां गुमराह होगी, जो कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस अवसर पर मिर्जा शाने आलम बेग, मो शाहिद खान, मो असलम, जकी अंसारी, मो आमिर, शीला भारती, गोविन्द शर्मा, किरण कुमारी, प्रदीप यादव, समीर अहमद, मो आरिफ, शम्भु शास्त्री, हरिनाथ, मो मुस्लिम, मीना देवी, समां खान, मंतराज यादव, श्यामदेव यादव, फैज निजामी, गोवधर्न सिंह आदि मौजूद रहे।

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