रिपोर्ट – जुनैद खान
बहराइच :- बच्चों की ख़ास गुज़ारिश पर “खूबसूरत बाल कहानिया” स्वरचित पुस्तक (बाल साहित्य) शमा परवीन ने दिल्ली से रवीना प्रकाशन से प्रकाशित कराके ग्रीष्मावकाश के एक दिन पूर्व बच्चों को पुस्तक वितरित किया। पुस्तक पा कर बच्चों ने खुशी जाहिर की और अध्यापिका शमा परवीन का शुक्रिया अदा किया।
हम लगें हैं तुझे भुलाने में
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प्यार है ही नही ज़माने में
क्यूं लगें हम उसे मनाने में
याद आने की कोशिशें मत कर
हम लगें हैं तुझे भुलाने में
इतना शक प्यार में नही अच्छा
जान ले लोगे आजमाने में
इसकी ईंटों में है लहू मेरा
क्यूं लगे हो ये घर गिराने में
सामने आके कुछ कहो वरना
बात निकलेगी मुंह छुपाने में
ख़त्म कर दीजिए ये गुस्सा अब
रात गुजरेगी क्या मनाने में
घर में शम्मा है रोशनी के लिए
क्यूं लगे हो इसे बुझाने में
लोग क्यूं इतना सोचते हैं शमा
मंजिलों का पता बताने में
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