फतेहपुर :- दसवीं मोहर्रम पर शिया समुदाय के लोगों ने शहर के कजियाना मुहल्ला स्थित कोठी में नौहा ख्वानी के बीच हाथ का मातम किया जिसमें छोटे से बड़े उम्र के नवजवानों ने शहीदाने कर्बला की याद में मातम किया। हुसैनी सदाओं फात्मा के दिल का चैन हमसे जफा हो गया, आज हमारा इमाम हमसे जुदा हो गया के बीच शिया समुदाय के छोटे अलमों के फूल नम अंखों से कर्बला में दफन कर दिए गए। देर शाम शामे गरीबां की मजलिस में भी हुसैन व उनके खानदान को शहादत पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। कोविड का पालन करते हुए शिया समुदाय के लोगो ने नौहा ख्वानी के बीच दस से बीस वर्ष आयु के चंद युवाओं ने कर्बला पहुचकर नम आंखों से ताजिये व अलम के फूल कर्बला में दफन कर दिये। जुलूस में भीड़ एकत्रित न हो पाये इसके लिये कर्बला में पांच-पांच लोग कर प्रवेश किया और अपने-अपने ताजियो को दफन किया। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस गश्त करती रही। वहीं सुन्नी समुदाय के लोगो ने इस वर्ष भी मोहर्रम पर्व को सादगी कें साथ मनाते हुए घरो में कुरआन ख्वानी व फातिया कराकर हुसैन की शहादत को याद किया।
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