आजमगढ़ के सगड़ी तहसील पर मंगलवार को ताजियादारों ने जमकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की साथ ही राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार सगड़ी रामानुज शुक्ला को सौंपा।
ताजियादारो ने बताया कि डीजीपी द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें मुहर्रम को अपमानित करने वाले शब्दों का प्रयोग किया गया है। जिसको लेकर शिया, सुन्नी समुदाय और ताजियादारों ने विरोध किया और कहा डीजीपी द्वारा दिए गए बयान को वापस लिया जाए नहीं तो हम लोग किसी भी पीस कमेटी की बैठक में भाग नहीं लेंगे।
साथ ही सगड़ी तहसील पर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार सगड़ी रामानुज शुक्ला को सौंपा। वही नेहाल मेहंदी ने बताया की डीजीपी के बयान से हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। जब तक डीजीपी द्वारा सर्कुलर से अभद्र एवं अमर्यादित शब्द नहीं निकाला जाएगा।तब तक हम सभी लोग किसी भी पीस कमेटी बैठक का बहिष्कार करते रहेंगे। इस दौरान पारीपट्टी, खतीबपुर, जीयनपुर , सगड़ी, सुंदरसराय , डोरवा, सोकहना, पारीपट्टी , पतार , इमलीपुर, समुंदपुर सहित दर्जन भर गांव के ताजियादार सगड़ी तहसील पर पहुंच कर ज्ञापन सौंपा ।
वही नेहाल मेहंदी ने बताया कि मुहर्रम एक ग़म और शोक का महीना है इसी महीने में इस्लाम धर्म के आखरी नबी हजरत मुहम्मद साहब के छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन अलेहिस्सलाम को उनके 71 साथियों के साथ आज से 1400 वर्ष पूर्व करबला में बहुत ही बेरहमी से कत्ल कर दिया गया था । उसी की याद में 1400 साल से मुस्लिम समुदाय ही नहीं बल्कि हिन्दु समुदाय के बहुत से लोग ताजियादारी करते हैं और अपना शोक व्यक्त करते हैं । नेहाल मेहदी ने कहा की पूरे समुदाय को इस सर्कुलर से सख्त तकलीफ पहुंची है । जिससे हम लोग बहुत नाराज हैं। हम लोग तब तक किसी पीस मीटींग में नहीं भाग लेंगे जब तक इस सर्कुलर से अमर्यादित शब्दों को नहीं निकाला जाता । उन्होने कहा की हम पर्वों के लिए कोरोना महामारी के दृष्टिगत शासन की सभी गाइड लाइन का शत प्रतिशत पालन करते आए हैं और आगे भी करेंगे ।
Average Rating