आज़मगढ़। राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल ने अपने स्थापना दिवस को इस वर्ष भी समाज सेवा को समर्पित करते हुए “मानवता सेवा दिवस” के रूप में मनाया। शनिवार को जिला मण्डलीय अस्पताल, सदर आज़मगढ़ में आयोजित ब्लड डोनेशन कैम्प में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और रक्तदान कर मानवता का संदेश दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ज़िला अध्यक्ष हाजी मोतिउल्लाह शेख ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी के महासचिव तलहा रशादी और यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष नुरुल हुदा अंसारी उपस्थित रहे। शिविर का शुभारंभ कुरान की तिलावत और दुआ के साथ किया गया, इसके बाद रक्तदान का सिलसिला शुरू हुआ।
तलहा रशादी ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल हर वर्ष अपने स्थापना दिवस को “मानवता सेवा दिवस” के रूप में मनाती है। देशभर में संगठन के कार्यकर्ता इस दिन को किसी न किसी सेवा कार्य से जोड़ते हैं — कहीं अनाथालय में खाद्य वितरण, कहीं वृक्षारोपण तो कहीं रक्तदान शिविर के रूप में। उन्होंने कहा कि “इंसानियत की खिदमत ही हमारी पार्टी का मकसद है। रक्तदान सबसे बड़ा पुण्य कार्य है, क्योंकि इससे किसी जरूरतमंद की जान बचाई जा सकती है।”
यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष नुरुल हुदा अंसारी ने कहा कि किसी का जीवन बचाना सबसे बड़ा मानव धर्म है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नियमित रूप से रक्तदान करें, क्योंकि रक्तदान न केवल दूसरों के जीवन के लिए उपयोगी है, बल्कि यह दानकर्ता के शरीर के लिए भी लाभदायक होता है। उन्होंने कहा कि “संगठन हमेशा समाज में एकता, भाईचारे और सेवा की भावना को बढ़ावा देने के लिए काम करता रहेगा।”
ज़िला अध्यक्ष मोतिउल्लाह शेख ने कहा कि रक्तदान से समाज में मानवीय संवेदनाएँ मजबूत होती हैं। उन्होंने बताया कि शिविर में रक्तदान करने वाले सभी लोगों को “ब्लड वारियर” का प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मेराज खान, आसिफ कुरेशी, अबसार शेख, मोहम्मद फैसल, साकिब शाही, उमेश सिंह, आशु सिंह, अफज़ल चाँदपट्टी, शाहबाज़ समेत अनेक कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रक्तदान शिविर में उत्साह का माहौल देखने को मिला। युवाओं ने जोश के साथ रक्तदान किया और एक-दूसरे को भी इसके लिए प्रेरित किया। आयोजन के अंत में दुआ की गई कि यह सेवा भाव हमेशा कायम रहे और समाज में प्रेम, सद्भाव और मानवता का संदेश फैलता रहे।
