उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आजमगढ़ में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का भव्य उद्घाटन किया। 91.35 किलोमीटर लंबे इस फोरलेन एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री ने न सिर्फ एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया, बल्कि जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की पूर्ववर्ती सरकारों पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में न डर है, न भ्रष्टाचार, बल्कि है विकास, सुरक्षा और रोजगार।
“यूपी अब आतंकवाद नहीं, अवसरों की पहचान बनेगा” – सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब बदल रहा है। उन्होंने मंच से घोषणा करते हुए कहा,
“आजमगढ़ अब डर का नहीं, अदम्य साहस का गढ़ बन चुका है। यह वही ज़मीन है, जहां कभी लोग आने से कतराते थे, लेकिन आज यहां एक्सप्रेस-वे बन रहा है, इंडस्ट्रियल क्लस्टर बन रहे हैं, और नौजवानों को रोजगार मिल रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि अब उत्तर प्रदेश आतंकवाद नहीं, अवसरों की पहचान बनेगा। यूपी की धरती अब युवाओं को पलायन नहीं, पलटवार के लिए तैयार कर रही है।
एक्सप्रेस-वे से जुड़ेंगे चार जिले, बढ़ेगा औद्योगिक विकास
गौरतलब है कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ जिलों को जोड़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर जिले के जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर तक जाएगा। इसका निर्माण कार्य फरवरी 2020 में शुरू हुआ था और कुल लागत 7,283.28 करोड़ रुपए रही। निर्माण कार्य पांच साल चार महीने में पूरा हुआ।
सीएम योगी ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे केवल एक सड़क नहीं है, बल्कि यह पूर्वांचल के विकास की धड़कन है। इसके किनारे इंडस्ट्रियल हब, वेयरहाउस, ट्रांसपोर्ट नगर और रोजगार केंद्र बनाए जाएंगे, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।
“अब नौजवानों को अपने ही राज्य में मिलेगा रोजगार”
सीएम योगी ने साफ शब्दों में कहा कि अब यूपी का नौजवान महाराष्ट्र, पंजाब या दिल्ली में मजदूरी करने नहीं जाएगा। अब उसे अपने ही राज्य में सम्मानजनक रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस-वे के किनारे विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ), कृषि आधारित उद्योग, MSME हब और कौशल विकास केंद्र खोले जाएंगे।
“उत्तर प्रदेश अब इंफ्रास्ट्रक्चर की राजधानी बन रहा है। यहां 16 एयरपोर्ट बन चुके हैं, जिनमें से चार अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं। इससे पर्यटन, व्यापार और निवेश के नए रास्ते खुलेंगे।”
पूर्ववर्ती सरकारों पर कसा तंज
सीएम योगी ने पूर्व की सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में न भर्ती ईमानदारी से होती थी, न योजनाएं समय से पूरी होती थीं। उन्होंने कहा कि उस समय भर्तियों में पैसे की मांग होती थी, जाति-धर्म के आधार पर भेदभाव किया जाता था।
उन्होंने आंकड़ों के साथ कहा कि उनकी सरकार ने 60,244 पुलिस कर्मियों की भर्ती की है, जिनमें 12,045 बेटियां शामिल हैं। यह बेटियां अब सुरक्षा की गारंटी बन चुकी हैं।
सीएम ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के संदर्भ में कहा कि पुरानी सरकार ने जिस टेंडर में घपले किए थे, उसे रद्द कर हमने नए सिरे से परियोजना शुरू की। अब काम में पारदर्शिता है, समयबद्धता है और जवाबदेही है।
“जो बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा में सेंध लगाएगा, उसके लिए यमराज का टिकट रिजर्व है”
मुख्यमंत्री योगी के इस बयान ने जनसभा में जोश भर दिया। उन्होंने कहा कि अब अपराधी जान लें कि यदि उन्होंने बेटियों की सुरक्षा या व्यापारियों की आज़ादी में सेंध लगाई, तो उनके लिए “यमराज का टिकट रिजर्व” रहेगा।
उन्होंने कहा कि आज यूपी में कानून का राज है, माफियाराज नहीं। हर नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस कर रहा है और सरकार की प्राथमिकता सुरक्षा, विकास और रोजगार है।
जनसभा में उमड़ा जनसैलाब
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन अवसर पर जनसभा में हजारों की संख्या में लोग उमड़े। महिलाओं, युवाओं और व्यापारियों में उत्साह देखा गया। लोगों ने सीएम योगी के भाषण को जोश और तालियों के साथ सराहा। मंच पर जिले के सांसद, विधायक, वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन उत्तर प्रदेश में विकास की रफ्तार का प्रतीक बन चुका है। सीएम योगी का यह कदम पूर्वांचल को देश की मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से कैसे बदलती है आजमगढ़ और पूर्वांचल की तस्वीर।