रिपोर्ट – राहुल मौर्या
आजमगढ़: वाराणसी-आजमगढ़ हाईवे पर सोमवार देर रात हुए भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को सदर अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद गोरखपुर हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, नेपाल से 35 श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने के लिए आए थे। सभी श्रद्धालु पांच गाड़ियों में सवार होकर यात्रा कर रहे थे। स्नान के बाद, वे देर रात वापस लौट रहे थे। थकान के चलते ड्राइवरों ने दो घंटे आराम किया और चाय पीने के बाद फिर से सफर शुरू किया। इसी दौरान, रानी की सराय थाना क्षेत्र में एक गाड़ी हाईवे पुल से टकरा गई। इस गाड़ी में कुल आठ लोग सवार थे, जिनमें से दो महिलाएं और एक पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया दर्दनाक मंजर
हादसे के बाद मौके पर पहुंचे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह दृश्य बेहद भयावह था। एक यात्री ने बताया, “हमारी गाड़ी पीछे थी और 15 मिनट का फासला था। जब हम घटनास्थल पर पहुंचे तो चीख-पुकार मची हुई थी। चारों ओर खून ही खून दिख रहा था।”
स्थानीय लोगों ने तुरंत 108 एम्बुलेंस को सूचना दी और सभी घायलों को आजमगढ़ सदर अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य पांच की हालत नाजुक देखते हुए गोरखपुर हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ड्राइवर को झपकी आने के कारण यह हादसा हुआ।
शवों को नेपाल भेजने की तैयारी
मृतकों की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस नेपाल दूतावास के संपर्क में है ताकि शवों को उनके परिजनों तक पहुंचाया जा सके। वहीं, प्रशासन की ओर से घायलों को हर संभव मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है।