उत्तर प्रदेश की राजनीति का केंद्र इस समय अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर आ टिका है। 5 फरवरी को होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर सोमवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन रहा। इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए भाजपा और सपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में भाजपा के नेताओं और मंत्रियों की टीम गांव-गांव जाकर प्रचार कर रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर में एक जनसभा को संबोधित कर भाजपा पर तीखा हमला बोला।
अखिलेश यादव का भाजपा पर हमला
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर अयोध्या में विकास के नाम पर जबरन जमीन अधिग्रहण करने और उचित मुआवजा न देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “भाजपा ने अयोध्या में गरीबों की जमीनें छीनकर उसे बड़े उद्योगपतियों को सौंप दिया। जब 2027 में सपा की सरकार बनेगी, तो हम अयोध्या को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाएंगे, लेकिन गरीबों को उनका हक भी दिलाएंगे।”
अखिलेश यादव ने भाजपा को सबसे बड़ा भूमाफिया करार दिया और मुख्यमंत्री से मांग की कि वह अयोध्या में खरीदी गई जमीनों की सूची सार्वजनिक करें। उन्होंने कहा, “अगर सूची सामने आ जाए, तो पता चल जाएगा कि असली भूमाफिया कौन है। फाइव स्टार होटल बनाने के लिए जमीनें तो ले ली गईं, लेकिन गरीबों को आज तक मुआवजा नहीं दिया गया।”
“सीएम योगी किसी के नहीं” – अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर निजी हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के नेता भी जानते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसी के नहीं हैं। उन्होंने कहा, “योगी आदित्यनाथ सिर्फ परिस्थितियों के अनुसार काम कर रहे हैं। वह भाजपा के भी नहीं हैं।”
उपचुनाव में प्रशासनिक दबाव का आरोप
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार उपचुनाव जीतने के लिए प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए विशेष रूप से अफसरों की तैनाती की गई है। “ये अफसर जनता को डराने और धमकाने के लिए भेजे गए हैं, लेकिन जनता इनसे डरने वाली नहीं है,” अखिलेश ने कहा।
महाकुंभ में अव्यवस्था को लेकर निशाना
अखिलेश यादव ने महाकुंभ में फैली अव्यवस्था और भगदड़ को लेकर भी योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गूगल पर सर्च करना नहीं आता। “अगर उन्हें गूगल चलाना आता, तो वो खुद ही देख लेते कि महाकुंभ में कितनी जगह भगदड़ मची है,” उन्होंने कहा।
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा ने अखिलेश यादव के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी पार्टी हार की हताशा में झूठा प्रचार कर रही है। “भाजपा सरकार ने अयोध्या में ऐतिहासिक विकास कार्य किए हैं, जिससे विपक्ष घबराया हुआ है,” उन्होंने कहा।
कड़ी टक्कर की उम्मीद
मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। जहां भाजपा विकास और राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है, वहीं सपा जनता से महंगाई, बेरोजगारी और प्रशासनिक दबाव जैसे मुद्दों को लेकर वोट मांग रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि 5 फरवरी को होने वाले मतदान में जनता किसके पक्ष में फैसला सुनाती है।