Breaking News

महाकुंभ में फिर लगी आग, सेक्टर-22 में 15 पंडाल जलकर राख

Spread the love

रिपोर्ट – परवेज आलम

प्रयागराज :- महाकुंभ मेला, जो लाखों श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति का केंद्र है, हाल के दिनों में कई घटनाओं के चलते चर्चा में रहा। गुरुवार को सेक्टर-22 के पंडालों में आग लगने की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। इस घटना में 15 पंडाल आग की चपेट में आ गए, हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।

आगजनी की घटना का विवरण

गुरुवार को सेक्टर-22 में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और आग पर काबू पा लिया। हालांकि, घटनास्थल तक पहुंचने में टीम को एक्सेस रूट न होने के कारण थोड़ी देरी हुई।

प्रशासन का बयान

महाकुंभ प्रशासन और पुलिस ने बताया कि घटना के समय पंडाल खाली थे, जिससे किसी की जान नहीं गई। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। घटनास्थल पर सुरक्षा उपायों को और सख्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

मौनी अमावस्या पर भगदड़: 30 की मौत, 60 घायल

इससे पहले बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर भारी भीड़ के चलते भगदड़ मच गई थी। इस दर्दनाक घटना में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए। लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए पहुंचे थे, जिससे प्रशासन के लिए भीड़ को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण हो गया।

प्रशासन की चुनौतियां

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए प्रशासनिक प्रयास असफल साबित हुए। पुलिस और सुरक्षा बलों ने स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश की, लेकिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते भगदड़ हो गई। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की गई।

गीता प्रेस कैंप में आग की घटना

19 जनवरी को शाम करीब 4:30 बजे सेक्टर-19 में गीता प्रेस कैंप में आग लगने की घटना हुई थी। प्रशासन के अनुसार, यह हादसा रसोई में गैस सिलेंडर लीक होने के कारण हुआ। इस घटना में 180 कॉटेज जलकर खाक हो गए। रसोई में रखे दो सिलेंडरों के ब्लास्ट होने से आग और भड़क गई। हालांकि, इस घटना में भी किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।

महाकुंभ में सुरक्षा उपाय

महाकुंभ में लगातार हो रही इन घटनाओं ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने सभी पंडालों और रसोई क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को सख्त करने का निर्देश दिया है।

आपातकालीन व्यवस्थाओं की समीक्षा

घटनाओं के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए अतिरिक्त उपाय अपनाने की घोषणा की। सभी पंडालों में फायर सेफ्टी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर प्रशासन का फोकस

प्रयागराज महाकुंभ हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। ऐसे में प्रशासन की प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इन घटनाओं ने प्रशासन को अधिक सतर्क बना दिया है।

आगे की रणनीति

प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि वे आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षित करें। इसके अलावा, भीड़ प्रबंधन के लिए अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है।

श्रद्धालुओं की अपील

श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में संयम बनाए रखें और सहयोग करें।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.