पुरानी रंजिश में भिड़ंत, आज़मगढ़ के हरिपुर गाँव में 8 लोग घायल, कई की हालत गंभीर
आज़मगढ़ जिले के कंधरापुर थाना क्षेत्र के हरिपुर गाँव में पुरानी ज़मीनी रंजिश के चलते रविवार को दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में एक पक्ष के आठ लोग बुरी तरह घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। कई घायलों को सर पर गहरी चोटें आई हैं, जिसके चलते टांके लगवाने पड़े हैं। वहीं, दूसरे पक्ष के भी कुछ लोग घायल बताए जा रहे हैं।
घटना में बुरी तरह घायल राम जनम यादव ने आरोप लगाया कि विपक्षी प्रदीप मौर्या, शिवधनी मौर्या, रामधनी, श्यामलाल, आर्यन, सत्येंद्र और सतीश ने मिलकर उन पर और उनके परिवार पर जानलेवा हमला किया। राम जनम यादव ने बताया कि उनके सिर में 12 टांके आए हैं, और उनकी बेटी तनु, जो बीच-बचाव करने गई थी, विपक्षियों के हमले का शिकार हो गई। उनका बेटा शैलेश यादव गंभीर रूप से घायल है और उसे प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल से रेफर कर दिया गया है। राम जनम की पत्नी और उनकी भाभी जग भवति देवी को भी गंभीर चोटें आई हैं।
घटना में राम जनम के भतीजे अमित यादव के दोनों हाथ तोड़ दिए गए। उन्होंने बताया कि विवाद उस समय शुरू हुआ जब विपक्षी उनके खेत में लगी फसल को लाठी से नष्ट कर रहे थे। उनके छोटे भाई की पत्नी ने विरोध किया, तो विपक्षियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और पालतू कुत्ते से हमला करने की कोशिश की। बचाव में राम जनम ने कुत्ते को मिट्टी का ढेला मारा, लेकिन इससे गुस्साए विपक्षियों ने लाठियों और डंडों से हमला कर दिया।
घटना के बारे में राम जनम यादव ने कहा कि उन्होंने पुलिस को लिखित शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। वहीं, इस मामले में आज़मगढ़ पुलिस का कहना है कि घटना की जानकारी उन्हें है, और मामले की जांच जारी है।
राम जनम यादव की बेटी तनु ने बताया कि उन्होंने घटना के दौरान कई बार 112 नंबर पर कॉल करने की कोशिश की, लेकिन फोन नहीं लगा। तनु ने कहा कि विपक्षी पूरी तैयारी के साथ आए थे। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और ट्विटर के माध्यम से मामले की जानकारी सार्वजनिक की।
गौरतलब है कि इस झगड़े की जड़ 2012 से चल रहा ज़मीनी विवाद है, जिसका मामला न्यायालय में लंबित है। पुलिस का कहना है कि घटना की गहराई से जांच की जा रही है, और उचित कार्रवाई की जाएगी।