Breaking News

यूपी के इस जंगल में डॉल्फिन को बचाने के लिए बन गया प्लान

Spread the love

बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में आयोजित वन्य प्राणी सप्ताह का समापन समारोह एक महत्वपूर्ण आयोजन रहा, जिसमें वन्य जीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष पर विशेष ध्यान दिया गया। इस अवसर पर विभिन्न रेंजों में आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया, साथ ही वन्यजीव संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वन कर्मियों को नगद पुरस्कार, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। एसएसबी के जवानों को भी इस आयोजन में उनकी भागीदारी के लिए सम्मानित किया गया।
समारोह के दौरान मानव-वन्यजीव संघर्ष और डॉल्फिन जागरूकता पर विशेष कार्यक्रम आयोजित हुए। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी दबीर हशन ने छात्रों, शिक्षकों और मीडिया की भूमिका को वन्यजीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने यह भी अपील की कि ग्रामीणों को वन्यजीवों से सावधान रहना चाहिए ताकि कोई जनहानि न हो। वन क्षेत्राधिकारी रामकुमार ने डॉल्फिन संरक्षण पर प्रस्तुति दी, जबकि प्रभागीय वनाधिकारी संतोष कुमार ने वन्य प्राणी सप्ताह के महत्व को उजागर किया। बी शिव शंकर ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने और स्थानीय समुदाय के साथ वन्यजीवों के सह-अस्तित्व पर जोर दिया। उन्होंने ग्रामीणों को पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसरों के लिए होम स्टे योजना में भाग लेने का आग्रह किया और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ से “डॉल्फिन मित्र” बनाने का अनुरोध किया ताकि नदियों में डॉल्फिन संरक्षण को बढ़ावा मिल सके।
इस कार्यक्रम में विभिन्न ग्राम प्रधान, वन कर्मी, शिक्षक, और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे और वन्यजीव संरक्षण के प्रति अपने समर्थन को मजबूत किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.