सहारनपुर जिले के फतेहपुर गांव के निवासी भारतीय वायुसेना के जवान मलखान सिंह का शव, जो 56 साल पहले सियाचिन ग्लेशियर में लापता हो गया था, अब खोजा गया है। 1968 में हुए विमान हादसे के बाद मलखान सिंह का कोई सुराग नहीं मिल पाया था, लेकिन हाल ही में सेना के सर्च ऑपरेशन के दौरान उनके अवशेष मिले। यह विमान हादसा रोहतांग दर्रे के पास हुआ था, जिसमें 102 सैनिक सवार थे, और 23 वर्षीय मलखान सिंह उनमें से एक थे।
इस खबर ने क्षेत्र में गर्व का माहौल बना दिया है, लेकिन साथ ही परिवार में शोक भी है। उनके माता-पिता और अन्य करीबी रिश्तेदार अब इस दुनिया में नहीं हैं, और उनका अंतिम संस्कार उनके पौत्र गौतम द्वारा किया गया। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है, और मलखान सिंह के पोते मनीष और गौतम मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे हैं।
मलखान सिंह के छोटे भाई ईशम पाल सिंह का कहना है कि अगर यह शव कुछ साल पहले मिल जाता, तो उनके परिवार के सदस्य उनका अंतिम संस्कार कर पाते। अब गांव और क्षेत्र के लोगों ने भारी संख्या में एकत्र होकर मलखान सिंह को पूरे सैन्य सम्मान के साथ विदा किया।
परिवार और गांव के लोग अब मांग कर रहे हैं कि मलखान सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए और उनके परिवार की आर्थिक मदद की जाए।
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