रिपोर्ट – दीपक सिंह
अहरौला। अहरौला विकासखंड अंतर्गत आने वाले कई ग्राम सभा के पंचायत भवन पर सुबह से ही ताला लटका मिला ग्रामीणों से जब इस बारे में पूछा गया तो ग्रामीणों ने कहा कि अगर प्रतिदिन पंचायत भवन पर सचिव एवं पंचायत सहायक बैठते तो हम लोगों को ब्लॉक मुख्यालय का आये दिन चक्कर नहीं लगाना पड़ता ग्रामीणों से जब उनके सचिव के नाम पूछा गया तब उन्होंने पंचायत भवन पर लगे बोर्ड को देखते हुए लिखा हुआ नाम को बताया जबकि मौके पर कोई और सचिव तैनात है जबकि बोर्ड पर पुराने सचिव का नाम लिखा है बताते चलें कि शासन की मंशा के अनुरूप ग्रामीणों को तहसील ब्लॉक आदि का बार-बार चक्कर लगाने एवं समय की बचत के लिए ग्राम सभा में एक ही छत के नीचे पंचायत भवन पर जन्म प्रमाण पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र खसरा खतौनी एवं ऑनलाइन से संबंधित सभी जरूरी दस्तावेज आम जनमानस को सुलभ तरीके से प्राप्त हो सके इसके लिए पंचायत भवन पर ग्राम सभा सचिव पंचायत सहायक पंचायत भवन पर रोस्टर वाइज बैठने का निर्देश जारी कर किया गया है लेकिन धरातल पर अगर देखा जाए तो रोस्टर वॉइस सारी व्यवस्थाएं धवस्त होती नजर आ रही है ताजा मामला अहरौला विकासखंड अंतर्गत मुखलिसपुर, समदी, कोठरा, लेदौरा ग्राम सभा का है इन चारों ग्राम सभा के पंचायत भवनों पर सुबह से ही ताला लटका हुआ नजर आया इस संबंध में जब ग्रामीणों से पूछा गया तो ग्रामीणों ने बताया कि अगर सचिव प्रतिदिन पंचायत भवन पर बैठे तो आए दिन हम लोगों को ब्लॉक मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ता उनके आने जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है कभी आते हैं जब तक ग्रामीणों को पता चलता है तब तक वो ताला लगा कर निकल जाते है उनसे मुलाकात के लिए हम लोगों को ब्लॉक मुख्यालय पर जाना पड़ता है ग्रामीणों से जब उनके गांव में तैनात सचिव का नाम पूछा गया तो ग्रामीणों ने पंचायत भवन पर लगे हुए बोर्ड को देखना शुरू किया और उसी में देखकर बोर्ड पर लिखे हुए पुराने सचिव का नाम बताया वही इस संबंध में जब गांव में तैनात सचिव दीपक पाल से इस संदर्भ में फोन के माध्यम से पूछा गया तो उन्होंने फोन पर स्पष्ट आवाज न आने की बात कहते हुए फोन काट दिया और दुबारा फोन करने पर फोन नहीं उठाया वही संबंध में जब खंड विकास अधिकारी अहरौला आलोक कुमार से इस संबंध से अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि उनसे इस विषय में जानकारी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी आखिरकार सवाल या उठता है कि क्या उच्च अधिकारियों की लापरवाही या उदासीनता के कारण ग्राम सभाओं से ग्रामीणों द्वारा आए दिन पंचायत भवन पर संबंधित कर्मचारियों के न बैठने कि शिकायत आती रहती है। वही बात अगर कोठरा ग्राम सभा की करें तो एक तरफ सरकार बिजली बचाने का अभियान चला कर बिजली बचाने का काम कर रही है तो वहीं पर कोठवा ग्राम के सचिवालय पर लाइट जलती मिली जो कही न कही यह दर्शाता हैं की इसमें कर्मचारियों की लापरवाही नजर आ रही है ।
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