रिपोर्ट – वसीम अकरम
आज़मगढ़ :- भारतेन्दु नाट्य अकादमी लखनऊ और सूत्रधार संस्थान आजमगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में कल 25 दिवसीय बाल नाट्य कार्यशाला के समापन अवसर पर अभिषेक पंडित कृत नाटक एक से भले दो का शानदार मंचन सम्पन्न हुआ…..
नाटक एक बहुचर्चित लोक कथा पर आधारित हैं… जिसने एक नेवला जो कि मकई खा खा कर मोटा हो जाता हैं और बढ़ई के पास अपनी छिलवाने के लिए जाता हैं….. बढ़ई के मना करने पर वो राजा के पास जाता हैं, इस तरह नेवला क्रमशः रानी ,सांप ,बांस ,आग ,पानी के पास जाता हैं… सभी इसके सनकी मांग को खारिज कर देते हैं… तब हाथी उसकी मदद को तैयार हो जाता हैं। क्योंकि वो भी अपने मोटापे से परेशान हैं…. उसके बाद सारे पात्र डर सहम जाते हैं…. अंत में राजा बढ़ई को बुलाता हैं और डांटता हैं। तब बढ़ई कहता है कि वो नेवले को सबक सिखाने के लिए उसे माना किया। नेवला और हाथी शर्मिंदा होते हैं….इस प्रकार इस नाटक का सुखद अंत होता हैं…. नाटककार ने इस कथा में बनिए के चरित्र को जोड़कर पूरी कहानी को नया कलेवर दिया….उपयोग से अधिक उपभोग ना करने का संदेश दर्शकों को बहुत पसंद आया… इसके अतिरिक्त सिपाही की भूमिका में बच्चों ने जबरदस्त अभिनय किया…
नाटक का सबसे मजबूत पक्ष उसका संगीत रहा… सूरज मिश्रा, चंदन और राज ने इसकी जिम्मेदारी निभाई…. प्रकाश परिकल्पना रंजीत कुमार और संदीप का रहा। मंच विन्नयास सुग्रीव विश्वकर्मा ने किया….कॉस्टियुम और आंचल तिवारी, मेकअप अर्जुन ने किया….. नाटक का निर्देशन ममता पंडित ने किया…. इस कार्यशाला का सहायक निर्देशन अंगद निषाद ने किया। अंत में बच्चों को मुख्य अतिथि फौजदार सिंह, प्रभु नारायण पाण्डेय ’प्रेमी ’ जर्नलिस्ट क्लब आजमगढ़ के अध्यक्ष आशुतोष दिवेदी ने प्रमाण पत्र वितरित किया…
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