आज़मगढ़ :- आशादीप नर्सिंग कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल की छात्राओं द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान पूर्व विधायक वंदना सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। अतिथि देवो भव की तर्ज पर संस्थान के डॉ माया राय प्रभारी ने मुख्यतिथि को बुके व समृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। अपने संबोधन में मुख्यतिथि ने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस एक वैश्विक समारोह है जो हर वर्ष 12 मई को मनाया जाता है। यह मुख्य रूप से स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत नर्सों को समाज में उनके परिश्रम और सेवा के लिए सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने कहा की 12 मई का दिन फ्लोरेंस नाईटेंगल की जयन्ती के रूप में भी मनाया जाता है, जो आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक थीं। फ्लोरेंस नाइटिंगेल जो एक ब्रिटिश समाज सुधारक और पेशे से नर्स थीं। क्रीमियन युद्ध (1853-1856) के दौरान नर्सों के प्रबंधक और प्रशिक्षक के रूप में उनकी भूमिका की काफी सराहना की गई थी। उसने एक नर्स के रूप में घायल सैनिकों को अभूतपूर्व सम्मान दिया। अतः उन्हें ‘द लेडी विद द लैंप’ कहा जाने लगा, जो घायल सैनिकों की देखभाल के लिए रात में घूमती थी।
फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने नर्सिंग को मुख्य रूप से महिलाओं के लिए एक पेशे में बदल दिया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रशिक्षु छात्राओं को सम्बोधित करते हुए संस्थान के डाक्टर राजदीप राय ने कहा कि चिकित्सक के कार्य में नर्सिस का महत्वपूर्ण योगदान है। एक डॉक्टर और मरीज के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी नर्स होती हैं। डॉक्टर केवल दवाओं को निर्धारित करता है और रोग का निदान करता है, लेकिन आखिर में वह नर्स ही होती है जिसके ऊपर मरीज के उपचार की वास्तविक जिम्मेदारी निर्भर करती है। डॉक्टर राजदीप राय ने कहा कि नर्सिंग स्टाफ के बिना कोई भी चिकित्सा सुविधा एक दिन के लिए भी काम नहीं कर सकती है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का अवलोकन इन तथ्यों को देखते हुए और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।इस दौरान संस्थान की प्रशिक्षु छात्राओं द्वारा संस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए।
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