रिपोर्ट – सौरभ उपाध्याय
तस्मै श्री गुरवे नम:… गुरु चरणों की वंदना संग चरणों की धूलि से माथे पर सजाया सौभाग्य का टीका
आजमगढ़ : धर्म संस्कृति और आध्यात्म के साथ-साथ ऋषि मुनियों की धरती आजमगढ़ ऋषि मुनियों की तपोस्थली और ऋषि-मुनियों के वचनों और आशीषों से सदा ही समृद्ध रही है। राग विराग और अनुराग की नगरी आजमगढ़ में गुरु पूर्णिमा का पर्व मठों और आश्रमों पर धूम धाम से मनाया जा रहा है। कोलघाट स्थित गायत्री धाम मंदिर पर 24लाख महा गायत्री जाप का आयोजन किया गया था जो आज गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर हवन पूजन भव्य भंडारे के साथ पूर्ण हुआ, इसी क्रम में करतालपुर स्थित राम जानकी मंदिर पर महंत श्री श्री 1008 राम कृष्ण दास महाराज के भक्तों का सुबह से ही दर्शन पूजन के लिए तांता लगा हुआ था , गुरु का पुजा पाठ का आयोजनों का सिलसिला सूर्योदय के साथ शुरू हुआ तो गुरु चरणों की रज लेने के लिए श्रद्धालुओं का तांता कोरोना संक्रमण काल के दौर में भी आजमगढ़ में उमड़ पड़ा।