रमाकांत यादव की संपत्ति कुर्क पर सपा का हमला: हवलदार यादव बोले – “दलित, पिछड़ों और मुसलमानों को टारगेट कर रही है सरकार”
आजमगढ़। फरवरी 2022 में अहिरौला थाना क्षेत्र के माहुल में हुए जहरीली शराबकांड को लेकर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हुई है। सपा के पूर्व सांसद और विधायक रमाकांत यादव की 23 करोड़ 42 लाख 81 हजार 400 रुपये की संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14A के तहत कुर्क कर लिया गया। इस कार्रवाई के बाद सपा नेताओं में रोष व्याप्त है।
सपा जिला अध्यक्ष हवलदार यादव ने इस कार्रवाई को सीधे तौर पर राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामराज्य की बात करते हैं, लेकिन सरकार दलित, पिछड़े और मुस्लिम समाज के विधायकों को अपराधी बताकर उनकी संपत्ति कुर्क कर रही है। रमाकांत यादव जैसे वरिष्ठ नेता को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल भेजा गया है। ये लोकतंत्र की हत्या है।”
हवलदार यादव ने आरोप लगाया कि पूर्वांचल के कुख्यात माफिया बृजेश सिंह और विनीत सिंह जैसे लोग सैकड़ों मुकदमों के बावजूद सरकारी संरक्षण में हैं, लेकिन दलित-पिछड़े वर्ग के जनप्रतिनिधियों पर सख्त कार्रवाई हो रही है। उन्होंने कहा, “जो सरकार एक जाति विशेष के अधिकारियों को ऊंचे पदों पर बैठाकर अन्य समाजों का दमन कर रही हो, वो संविधान की आत्मा को ठेस पहुंचा रही है।”
हवलदार यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं – आजम खान, अब्दुल्ला खान, इरफान सोलंकी, जाहिद बेग और अब्बास अंसारी पर हो रही कार्रवाई को धर्म आधारित उत्पीड़न बताया। उन्होंने कहा कि सांसद रामजीलाल सुमन के साथ भी अनुसूचित जाति होने के कारण अपमानजनक घटनाएं हुईं, लेकिन प्रशासन मौन बना रहा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी इस एकतरफा कार्रवाई को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। सपा इसके खिलाफ जनआंदोलन छेड़ेगी और जनता को संविधान की रक्षा के लिए जागरूक करेगी।
अंत में उन्होंने कहा, “अगर दलित, पिछड़ा और मुसलमान बोलना शुरू करेगा, तो सत्ता की कुर्सी हिल जाएगी। ये सरकार याद रखे कि संविधान सभी को बराबरी का अधिकार देता है।”