वाराणसी/अयोध्या: काशी और अयोध्या में इस वीकेंड पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा विश्वनाथ के दर्शन और रामलला के जयकारों से दोनों तीर्थस्थल गूंज उठे। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
काशी में 20 लाख श्रद्धालुओं की भीड़, गंगा आरती पर रोक
वाराणसी में इस वीकेंड पर करीब 20 लाख श्रद्धालु पहुंचे, जिससे मंदिर परिसर और उसके आसपास के इलाकों में भारी भीड़ देखने को मिली। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए 5 किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई है और श्रद्धालुओं को 5-6 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।
पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई है। प्रशासन ने गंगा आरती को 26 फरवरी तक रोक दिया है और शाम 6 बजे के बाद गंगा में नावों के संचालन पर रोक लगा दी है।
भोर में खुले बाबा विश्वनाथ के कपाट
रविवार सुबह 2:45 बजे बाबा विश्वनाथ के कपाट खोले गए। इस दौरान पुजारियों ने विधिवत अभिषेक किया। दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए पानी, मेडिकल सहायता और गाइडेंस हेल्पडेस्क की व्यवस्था की गई है।
रेलवे स्टेशनों पर भी जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है। मधुबनी से आए दिलीप नामक यात्री ने बताया कि वह 24 घंटे से ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक ट्रेन नहीं आई।
अयोध्या में 5 लाख श्रद्धालुओं की भीड़, 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा
अयोध्या में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। हनुमान गढ़ी और रामलला मंदिर में भक्तों का सैलाब देखने को मिला।
सुबह 6 बजे से रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई है। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। गाड़ियों को बॉर्डर पर ही रोक दिया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को 10 किलोमीटर तक पैदल चलकर मंदिर पहुंचना पड़ रहा है।
हनुमान गढ़ी में स्थिति ऐसी है कि पैर रखने तक की जगह नहीं है। दर्शन के लिए 2 किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई है। प्रशासन ने लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की है।
रेलवे और बस स्टेशनों पर भारी दबाव
काशी और अयोध्या दोनों जगहों पर रेलवे और बस स्टेशनों पर जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। वाराणसी रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर यात्रियों की लंबी कतारें लगी हैं।
रेलवे विभाग ने अतिरिक्त ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई है, लेकिन भीड़ के आगे सारी व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं।
प्रशासन की अपील:
- श्रद्धालु भीड़ को देखते हुए धैर्य बनाए रखें।
- प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
- छोटे बच्चों और बुजुर्गों के साथ सावधानी बरतें।
- पानी और जरूरी चीजें साथ रखें।
- अफवाहों से बचें और पुलिस की सहायता लें।
स्थानीय व्यापारियों को लाभ, होटल-धर्मशालाएं फुल
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से स्थानीय व्यापारियों को अच्छा लाभ हो रहा है। होटलों और धर्मशालाओं में ठहरने की जगह नहीं मिल रही है। काशी में गंगा किनारे के घाटों पर भी श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखने को मिला।
प्रशासन ने बढ़ाई चौकसी
दोनों तीर्थ स्थलों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस के अलावा अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। ड्रोन कैमरों से भीड़ की निगरानी की जा रही है।
काशी और अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। काशी में बाबा विश्वनाथ और अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन भीड़ को देखते हुए लोगों को संयम और धैर्य रखने की अपील की गई है।