लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) की व्यापार सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल को शुक्रवार देर रात पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी के बाद सपा ने कड़ा विरोध जताया और लखनऊ पुलिस को चेतावनी दी कि अगर मनीष जगन या उनके परिवार को कोई नुकसान होता है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को तैनात किया गया है, और सड़कों पर बैरिकेडिंग भी की गई है।
गिरफ्तारी को लेकर सपा का आक्रोश
सपा के जिलाध्यक्ष जय सिंह जयंत ने आरोप लगाया कि रात करीब 11 बजे सुशांत गोल्फ सिटी स्थित उनके आवास पर पुलिस पहुंची और जबरन उन्हें घर से उठा ले गई। सपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि मनीष जगन हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं और उनकी पत्नी गर्भवती हैं। यदि उन्हें या उनके परिवार को कोई भी नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी लखनऊ पुलिस की होगी।
पुलिस का बयान
लखनऊ पुलिस ने इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा कि मनीष जगन अग्रवाल को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, उनके खिलाफ लखनऊ और प्रयागराज के विभिन्न थानों में कुल 10 मामले दर्ज हैं। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने रात 11 बजे मनीष को गिरफ्तार किया और रात 2 बजे उन्हें धारा 151 के तहत जेल भेज दिया।
सपा ने पुलिस के दावे को बताया निराधार
लखनऊ पुलिस के बयान के बाद सपा ने जवाब दिया और मांग की कि अगर मनीष जगन ने कोई आपत्तिजनक पोस्ट की है, जिससे हिंसा या अशांति उत्पन्न होने की संभावना हो, तो उसे सार्वजनिक किया जाए। अन्यथा, पुलिस को विपक्षी नेताओं पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उन्हें शोषित करना बंद करना चाहिए।
सपा प्रवक्ताओं की प्रतिक्रिया
सपा प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम और प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाले थे, लेकिन सरकार उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर आई है और यह गिरफ्तारी उसकी नाकामी छिपाने का प्रयास है।” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार कुंभ की अव्यवस्था और प्रशासनिक विफलताओं को छिपाने के लिए विपक्षी नेताओं के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई कर रही है।
अखिलेश यादव के घर के बाहर बढ़ी सुरक्षा
पुलिस को आशंका है कि अखिलेश यादव इस गिरफ्तारी के खिलाफ पुलिस मुख्यालय या सुशांत गोल्फ सिटी थाने जा सकते हैं, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो सकती है। इसी कारण से उनके आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। RAF की तैनाती की गई है और पूरे क्षेत्र में बैरिकेडिंग कर दी गई है।
सपा का आंदोलन जारी रहेगा
सपा ने साफ कर दिया है कि वह इस मुद्दे को लेकर संघर्ष जारी रखेगी। पार्टी ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता का ऐसा दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सपा कार्यकर्ताओं ने यह भी संकेत दिए हैं कि वे पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन कर सकते हैं।
राजनीतिक माहौल गरमाया
इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। सपा ने भाजपा सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने और विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया है। वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है और अगर किसी ने आपत्तिजनक पोस्ट की है तो उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच तनाव बढ़ गया है। सपा ने पुलिस की इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है, जबकि पुलिस का कहना है कि यह कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई गिरफ्तारी है। आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर और राजनीतिक उठा-पटक देखने को मिल सकती है।