आज़मगढ़ पब्लिक स्कूल में गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन
कोटिला चेकपोस्ट स्थित आज़मगढ़ पब्लिक स्कूल में 26 जनवरी 2025 को 76वां गणतंत्र दिवस बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर विद्यालय का प्रांगण देशभक्ति के रंगों से सजा हुआ था। तिरंगे की आभा में झिलमिलाते इस आयोजन ने छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और अतिथियों के दिलों में देशप्रेम का नया जोश भर दिया।
शुभारंभ और ध्वजारोहण
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों और अतिथियों के गरिमामय स्वागत के साथ हुई। विद्यालय प्रबंधक मोहम्मद नोमान और प्रधानाचार्या रूपल पांड्या ने ध्वजारोहण कर गणतंत्र दिवस की महिमा को उजागर किया। जैसे ही तिरंगा लहराया गया, पूरा वातावरण “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों से गूंज उठा।
प्रबंधक मोहम्मद नोमान ने अपने उद्घाटन भाषण में गणतंत्र दिवस को भारतीय संविधान की महानता और लोकतांत्रिक परंपराओं का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “गणतंत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम किस तरह से अपने देश को प्रगति और समृद्धि के पथ पर ले जा सकते हैं।”
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का संगम
ध्वजारोहण के बाद विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम में देशभक्ति पर आधारित गीत, नृत्य, नाटक और कविताओं की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विशेष आकर्षणों में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत एक नाटक था, जो भारतीय संविधान के निर्माण और इसके महत्व को प्रदर्शित करता था। इसके माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हमारे अधिकार और कर्तव्य हमें समान रूप से राष्ट्रनिर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।
छात्रों ने पारंपरिक और आधुनिक दोनों प्रकार की प्रस्तुतियों में भाग लिया। एक तरफ रंग-बिरंगे परिधानों में “सारे जहां से अच्छा” की सामूहिक प्रस्तुति ने देशभक्ति का माहौल तैयार किया, तो दूसरी ओर फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता में बच्चों ने स्वतंत्रता संग्राम के नायकों जैसे महात्मा गांधी, भगत सिंह और झांसी की रानी का रूप धारण कर सभी को प्रभावित किया।
भाषण और कविताएँ
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने हिंदी और अंग्रेजी में भाषण प्रस्तुत कर गणतंत्र दिवस का महत्व समझाया। बच्चों की कविताएँ भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं, जिनमें देशप्रेम और बलिदान की भावनाएँ उभरकर सामने आईं।
पुरस्कार वितरण और वृक्षारोपण
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्या रूपल पांड्या ने कहा, “हमारे स्कूल का उद्देश्य शिक्षा के साथ बच्चों में नैतिकता, संस्कार और देशप्रेम की भावना को बढ़ावा देना है।” उन्होंने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए सभी शिक्षकों और अभिभावकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
इसके बाद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रबंधकों ने मिलकर विद्यालय परिसर में पौधे लगाए। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करता है और बच्चों को प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी सिखाने का प्रयास करता है।
मुख्य अतिथि का संबोधन
मुख्य अतिथि मोहम्मद नोमान ने अपने संबोधन में कहा, “गणतंत्र दिवस न केवल हमारे देश की गौरवशाली परंपराओं का प्रतीक है, बल्कि यह हमें अपने संविधान के प्रति सम्मान और अपने दायित्वों के प्रति सजग रहने की प्रेरणा देता है। शिक्षा का उद्देश्य बच्चों में ज्ञान और कौशल के साथ-साथ राष्ट्रप्रेम और नैतिकता का समावेश करना भी है।”
समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम के अंत में उपप्रधानाचार्या रुना खान ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारे छात्रों ने इस कार्यक्रम के माध्यम से अपनी प्रतिभा और मेहनत का परिचय दिया है। शिक्षकों और अभिभावकों के सहयोग से ही हम इस तरह के भव्य आयोजन कर पाते हैं।”
कार्यक्रम का समापन मिठाई वितरण के साथ हुआ। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने विद्यालय की इस पहल की सराहना की और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
एक प्रेरणादायक उत्सव
आज़मगढ़ पब्लिक स्कूल में आयोजित यह गणतंत्र दिवस समारोह न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव था, बल्कि यह देशप्रेम, अनुशासन और एकता का संदेश देने वाला प्रेरणादायक आयोजन भी था। बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से यह साबित कर दिया कि वे न केवल पढ़ाई में, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।
विद्यालय का यह प्रयास बच्चों में नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।