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 घने जंगल में हुआ दर्दनाक सड़क हादसा

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बहराइच जनपद के कतर्नियाघाट वन क्षेत्र में रविवार देर शाम एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना घटी। बिछिया-मिहीपुरवा एच730 सड़क मार्ग पर निशानगाड़ा के पास घने जंगल में, एक पिकअप वाहन ने बाइक सवार पिता-पुत्र को सामने से टक्कर मार दी। इस हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। पिकअप चालक मौके से फरार हो गया, लेकिन स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद पहुंचाई।

घटना का विवरण

थाना सुजौली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सुजौली के टिलवा गांव निवासी 26 वर्षीय अंकित अपने 50 वर्षीय पिता अखिलेश को दवा दिलाने के बाद मिहीपुरवा से लौट रहे थे। बाइक पर सवार ये दोनों जब निशानगाड़ा से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित तिगड़ा चौकी के पास पहुंचे, तभी बिछिया की ओर से आ रही तेज रफ्तार पिकअप ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।

टक्कर इतनी भीषण थी कि पिता-पुत्र बाइक सहित दूर जा गिरे। इस हादसे में दोनों के पैर बुरी तरह फ्रैक्चर हो गए, और उनके शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोटें आईं। घटनास्थल पर सड़क पर खून, हड्डियों के टुकड़े और मांस के लोथड़े बिखरे दिखाई दिए।

स्थानीय मदद और अस्पताल पहुंचाने की प्रक्रिया

हादसे के बाद घायलों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना जैसे ही बिछिया बाजार में पहुंची, समाजसेवी जब्बीर अंसारी, जंग हिंदुस्तानी, और फहीम अंसारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत एम्बुलेंस बुलवाई और घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया।

घायलों की स्थिति

पिता-पुत्र की हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों के पैरों की हड्डियां टूट गई हैं, और सिर सहित शरीर के कई हिस्सों पर गंभीर चोटें आई हैं। चिकित्सकों की टीम ने उनका इलाज शुरू कर दिया है और उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

पिकअप वाहन फरार, जांच जारी

घटना को अंजाम देने के बाद पिकअप चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और वाहन की पहचान और चालक की तलाश शुरू कर दी है। क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों की कमी के कारण जांच में मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में पूछताछ तेज कर दी है।

कतर्नियाघाट वन क्षेत्र में दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा

कतर्नियाघाट वन क्षेत्र में आए दिन इस तरह की दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यह क्षेत्र वन्यजीवों और घने जंगलों से घिरा हुआ है, जहां सड़कें अपेक्षाकृत संकरी और खतरनाक हैं। रात के समय घने अंधेरे और वाहनों की तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।

स्थानीय प्रशासन से अपील

इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़कों पर स्पीड ब्रेकर लगाने, संकेतक बोर्ड लगाने और क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने यह भी अपील की है कि हादसों के शिकार लोगों को समय पर राहत पहुंचाने के लिए बेहतर आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था की जाए।

निष्कर्ष

यह दुर्घटना कतर्नियाघाट क्षेत्र में सड़कों की खराब स्थिति और तेज रफ्तार वाहनों के बढ़ते खतरों को उजागर करती है। प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, घायल पिता-पुत्र के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की जा रही है, और स्थानीय पुलिस घटना के दोषियों को पकड़ने के लिए प्रयासरत है।

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