आजमगढ़: शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद धर्मेंद्र यादव ने अपने आवास पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने वक्फ संपत्तियों के मामले में सरकार द्वारा किए जा रहे कानून संशोधन को लेकर तीखे सवाल खड़े किए। इसके साथ ही महाकुंभ में भगदड़ के दौरान मृतकों का आंकड़ा सरकार द्वारा जारी न करने को लेकर भी आरोप लगाए। धर्मेंद्र यादव ने अपने आरोपों में कहा कि यह सब बीजेपी सरकार की कथित नीतियों का हिस्सा है, जो देश के आम लोगों की बजाय एक खास वर्ग के फायदे के लिए काम कर रही है।
वक्फ संपत्तियों का मामला:
धर्मेंद्र यादव ने कहा कि वक्फ संपत्तियों पर बीजेपी की नज़र है और वह इन संपत्तियों को कब्जाने की साजिश रच रहे हैं। “वक्फ की जो जमीनें हैं, जिन्हें ऊपर वाले के नाम पर लोग दान करते हैं, उस पर बीजेपी के नेताओं की निगाह है। कानून को संशोधित कर अधिकारियों का इस्तेमाल कर और कुछ गैरजरूरी लोगों को वक्फ कमेटी में डालकर ये लोग इन जमीनों पर कब्जा करना चाहते हैं।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि इस तरह की साजिशों का मकसद क्या है और इस पर सरकार जवाब क्यों नहीं दे रही है?
बेरोजगारी और किसानों की समस्याएं:
धर्मेंद्र यादव ने सरकार से यह भी सवाल किया कि बेरोजगारों को रोजगार कब मिलेगा और किसानों की आमदनी कब बढ़ेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा, “स्विश बैंक से 100 दिन के अंदर काला धन वापस आने की बात की गई थी, वह क्यों नहीं आया? आजादी के 75 साल में पहली बार एक डॉलर की कीमत 88 रुपये हो गई है। यह पहला मौका है, इसका जवाब कब देंगे?”
कुंभ में भगदड़ और मृतकों का आंकड़ा:
सपा सांसद ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ और मृतकों के आंकड़ों को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, “प्रयागराज में कुंभ के दौरान कितने लोग मरे, इसका स्पष्ट आंकड़ा कोई मीडिया का साथी नहीं दे पा रहा है। वह बताते क्यों नहीं कि कितने लोग भगदड़ में मरे हैं? जब महाकुंभ में स्नान करने वाले की गिनती हो सकती है, तो मरने वालों की गिनती क्यों नहीं?” धर्मेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि सरकार लापता लोगों की गिनती नहीं कर पा रही है और यह उनकी लापरवाही का प्रतीक है।
कांग्रेस और बीजेपी की नीतियों पर हमला:
उन्होंने आगे कहा कि यह देशवासियों का अपमान है, खासकर उन लोगों का जो रोजगार की तलाश में बेवजह परेशान हो रहे हैं। “आजादी के 75 साल में ऐसा अपमान कभी नहीं हुआ, जब रोजी-रोटी की तलाश में गए लोग बेड़ियों में जकड़े हुए वापस भेजे जा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका में अपनी दोस्ती निभा रहे हैं, लेकिन देश के अंदर लोगों की समस्याओं की ओर उनका कोई ध्यान नहीं है।
उपचुनाव पर प्रतिक्रिया:
धर्मेंद्र यादव ने उपचुनावों में बीजेपी की जीत पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उपचुनावों में वोटों की डकैती की है। “हमने चुनाव आयोग से 500 लिखित शिकायतें की थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह लोकतंत्र की हत्या है।”
धर्मेंद्र यादव ने बीजेपी पर न केवल वक्फ संपत्तियों की जबरदस्ती कब्जा करने का आरोप लगाया, बल्कि बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं और कुंभ में हुई भगदड़ के आंकड़ों को छुपाने का भी आरोप लगाया। उनका कहना था कि बीजेपी सरकार जनता के मुद्दों से ध्यान हटा कर केवल अपनी राजनीतिक साजिशों में व्यस्त है। उन्होंने सरकार से देशवासियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की और कहा कि अब समय आ गया है जब सरकार को इन समस्याओं का समाधान करना चाहिए।