सदर अस्पताल के पैथोलाजी कक्ष के बाहर लगी मरीजों की लाइन
फतेहपुर। तेज धूप में उमस भरी गर्मी के बीच बारिश के पानी से धीरे-धीरे संक्रामक बीमारियां तेजी से पांव पसार रही हैं। शहर व गांवों में बजबजाती नालियों की सफाई न होने से वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है। सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी नर्सिंग होमों में भर्ती मरीजों के चलते सभी बेड फुल हो चुके हैं। बुधवार को खून की जांच के लिए पैथोलाजी पर घण्टों लाइनें लगी रहीं। जिसके चलते रोगियों को जांच के लिए घण्टों बारी का इंतजार करना पड़ा।
बताते चलें कि पिछले दो माह से वायरल बुखार, पीलिया, टाइफाइड व डायरिया ने तेजी से अपने पांव पसारते हुए लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है। लोग घर-घर चारपाई पकड़ने को मजबूर हैं। वायरल बुखार व टाइफाइड की संभावना को देखते हुए चिकित्सक अधिकांश मरीजों को खून की जांच कराने की सलाह दे रहे है। बुधवार को जहां रोगी पर्चा बनवाने के लिए लाइनों में लगे रहे वहीं डाक्टरो द्वारा उपचार से पहले खून की जांच की सलाह के लिए जिला चिकित्सालय के पैथालाजी सेन्टर के बाहर रोगियों की लम्बी लाइनें लगी रही। बीमारी का आलम यह है कि जिला चिकित्सालय के सभी बेड फुल हैं। डा0 एके सचान व डा0 एनके सक्सेना का कहना है कि तापमान के घटने-बढने व गन्दगी से वायरल के अलावा संक्रामक बीमारियां फैल गयी हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए खान-पान में सतर्कता बेहद जरूरी है। इन डाक्टरों का कहना है कि हरी सब्जियों को कई बार पानी से धोने के बाद ही पकायें। साथ ही कटे-फटे फल व सब्जियों का इस्तेमाल न करें। इन डाक्टरों का कहना है कि संक्रामक बीमारियों से घबराने की जरूरत नहीं है। उधर बाल रोग विशेषज्ञ डा0 मूलचन्द्र का कहना है कि वायरल से बचने के लिए घर के आस-पास जलभराव न होने दें। रात को मच्छरदानी लगाकर सोंये। तेज बुखार आने पर तुरंत अस्पताल आयें। इसके अलावा पानी उबालने के बाद ठण्डा करके पियें।
थमने का नाम नहीं ले रही बीमारियां, खून की जांच के लिए लगती भीड़
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