बारिश के अभाव में जिले को तत्काल घोषित किया जाये सूखाग्रस्त-राजेश चौहान
– चरमरायी विद्युत व्यवस्था पर जतायी नाराजगी
फतेहपुर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने कहा कि जिले में बरसात कम होने से किसानों की फसलें सूखने की कगार पर हैं। ऐसी स्थिति में किसान एक बार फिर निराशा के दौर से गुजर रहा है। उन्होने प्रदेश सरकार से तत्काल जिले को सूखाग्रस्त घोषित कर सुविधाएं मुहैया कराये जाने की मांग की। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों का विद्युत विभाग पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। निर्धारित रोस्टर के मुताबिक बिजली न मिलने से किसानों की सिंचाई प्रभावित हो रही है।
भारतीय किसान यूनियन की मासिक बैठक रविवार को नहर कालोनी में जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह गौतम की अध्यक्षता में आहूत की गयी। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने शिरकत की। बैठक में पहुंचते ही उपस्थित पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व किसानों ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का नारेबाजी करके स्वागत किया। तत्पश्चात राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के समक्ष जिले भर से आये किसानों ने अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया। बैठक में बताया गया कि जिले में बारिश न होने से फसलें सूख रही हैं। इस पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने प्रदेश सरकार से जिले को तत्काल सूखाग्रस्त घोषित किये जाने की मांग की। उन्होने यह भी कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने इस मांग की बाबत हीलाहवाली की तो संगठन महापंचायतें आयोजित करेगा। बैठक में जिले को सूखाग्रस्त किये जाने के अलावा चरमरायी विद्युत व्यवस्था पर भी नाराजगी का इजहार किया गया। बताया गया कि 18 घण्टे निर्धारित बिजली मुहैया नहीं करायी जा रही है। आवारा पशुओं द्वारा फसलों को बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे पशुओं को गौशालाओं में बंद करवाया जाये ताकि फसलें नष्ट न हो सकें। बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के निर्देश पर संगठन की जिला तहसील व ब्लाक इकाईयों को भंग करने का ऐलान किया गया। पुर्नगठन तक कोई भी पदाधिकारी नहीं रहेगा। जिलाध्यक्ष ने बताया कि पुनर्गठन के समय यूथ कार्यकारिणी का भी गठन किया जायेगा। इस मौके पर राजेन्द्र सिंह, प्रीतम सिंह, अशोक उत्तम, नागेन्द्र सिंह, राम सहाय पटेल, दीपक गुप्ता, रज्जन सिंह चौहान, पप्पू सिंह, कृष्णपाल सिंह, नवल सिंह पटेल, राकेश द्विवेदी, धर्मपाल सिंह, सोनू सिंह, विजय बहादुर सिंह, दिलीप तिवारी, महेन्द्र सिंह, अंगद सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान व भाकियू कार्यकर्ता मौजूद रहे।