कुत्ते के काटने से युवक की मौत
इंजेक्शन लगने के बाद भी नहीं मिली राहत।
बिंद्रा बाजार आजमगढ़। गंभीरपुर थाना क्षेत्र के रानीपुर रजमो गांव निवासी राजकुमार चौरसिया पुत्र बहरइची चौरसिया उम्र 26 वर्ष की 1 नवंबर दिन शुक्रवार को देर शाम मृत्यु हो गई। मिली जानकारी के अनुसार राजकुमार जीविकोपार्जन हेतु दमन शहर में किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। बीते 8 अक्टूबर को दमन में ही पागल कुत्ते ने उसे काट लिया था उसके बाद वहीं राजकुमार ने सरकारी अस्पताल में रेबीज का तीन वैक्सीन समय से लिया था। लेकिन उसके बाद उसकी तबीयत थोड़ी थोड़ी खराब रहने लगी और राजकुमार वही पर अपना इलाज करा रहा था। हालात में सुधार ना होते हुए देख वह 29 अक्टूबर को रात में आजमगढ़ अपने गांव चला आया। उसके परिजन सुबह में आजमगढ़ शहर में किसी निजी चिकित्सक के यहां दिखाएं।वहां से दवा लेने के बाद घर आने के बाद उसे कोई आराम महसूस नहीं हुआ। परिजनों को भी यह आभास नहीं था कि उसकी इस हालात के पीछे कुत्ते का काटना है। क्योंकि उसने तो समय से सरकारी एंटी रेबीज इंजेक्शन लिया था। उसके 1 दिन बाद परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे जहां पर डॉक्टरों ने उसकी हालात को देखकर यह बताया कि पागल कुत्ते के काटने की वजह से रेबीज का इन्फेक्शन उसके शरीर में हो गया है और उसे बीएचयू रेफर कर दिया। बीएचयू में भी डॉक्टरों ने वही बात बताते हुए पीड़ित को कबीर चौरा वाराणसी स्थित मंडलीय अस्पताल में रेफर कर दिया। वहां भी डॉक्टरों ने पीड़ित की हालात को देखते हुए एडमिट करने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद परिजन उसे लेकर रात में वापस चले आए फिर सुबह होने पर आजमगढ़ के फूलपुर बाजार में किसी निजी चिकित्सक के यहां ले गए और उसने भी दवा देकर इनको घर भेज दिया जहां देर शाम को राजकुमार की मृत्यु हो गई। जवान पुत्र की मृत्यु के बाद पूरे परिवार व गांव में हाहाकार मच गया। उसके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया था।मृतक राजकुमार चार भाइयों में दूसरे नंबर पर था अभी उसकी शादी नहीं हुई थी। वहीं पूरे क्षेत्र में इस बात की काफी चर्चा रही कि आखिर क्यों एंटी रेबीज इंजेक्शन लेने के बावजूद युवक की मृत्यु हो गई। लोगों को सरकारी एंटी रैबीज इंजेक्शन पर से भी भरोसा उठने लगा है।